सायबर अपराधियों ने ठगी का निकाला नया तरीका , भूल कर भी ना करे यह गलती , नही तो..
मध्य प्रदेश , 2024-11-18 11:21:35
ग्वालियर 18 नवम्बर 2024 - सरकारी योजनाओं के नाम जैसी Apk (एंड्राइड एप्लीकेशन पैकेज) फाइलों से प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों से साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं। हैकर्स IAS व राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की उपस्थिति वाले वाट्सएप ग्रुपों में इन Apk फाइलों को पोस्ट कर रहे हैं। इन Apk फाइलों के नाम सरकारी योजनाओं के नाम पर होते हैं।इस कारण अधिकारी बिना ज्यादा विचार किए उसे मोबाइल में इंस्टाल या डाउनलोड कर ले रहे हैं।
बता दें Apk एप्लीकेशन फाइल होती है और एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले फोन पर इंस्टाल होकर सिस्टम का हिस्सा बन जाती है। इनके माध्यम से अपराधी संबंधित व्यक्ति का फोन हैक कर लेते हैं और जरूरी जानकारियां चुरा लेते हैं। ग्वालियर में पांच अधिकारियों को पीएम विकास योजना की एपीके फाइलों के माध्यम से फंसाया गया।
Apk फाइल से ऐसे होती है ठगी..
Apk फाइल धोखे से इंस्टाल करवा हैकर्स मोबाइल का पूरा नियंत्रण प्राप्त कर लेते हैं। एक बार Apk डाउनलोड होने के बाद कांटेक्ट, लोकेशन, कैमरा, माइक्रोफोन, SMS, काल लाग्स, गैलरी सहित अन्य एक्सेस मांगता है। लोग धोखे से पूरी पहुंच (एक्सेस) दे देते हैं और मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद SMS से लेकर ई-मेल तक ठगों की पहुंच हो जाती है। गोपनीय जानकारियां प्राप्त कर खातों से रुपये भी निकाल लेते हैं।
भूलकर भी इंस्टाल न करें..
यदि आपके वाट्सएप ग्रुप में किसी भी योजना, बैंक या आधार अपडेट के नाम पर कोई Apk फाइल आती है, तो उसे भूलकर भी डाउनलोड न करें। Apk फाइल के लिंक पर क्लिक न करें और अपने वाट्सएप में सेटिंग को आटो डाउनलोड पर न रखें। ऐसा न करने पर Apk फाइल स्वयं ही डाउनलोड हो जाती है। आपके फोन तक अपराधियों की पहुंच हो जाती है।