छत्तीसगढ़ - मंत्रियों के शपथग्रहण के बाद किसे मिलेगा कौन सा विभाग , देखे संभावित सूची
रायपुर 19 अगस्त 2025 - बुधवार सुबह तीन मंत्रियों की शपथ ग्रहण के बाद शाम, रात तक विभागों का बंटवारा हो जाएगा। हालांकि, पिछले बार मंत्रियों को विभाग मिलने में दस दिन से ज्यादा वक्त लग गया था। मगर इस बार पता चला है, पहले से होम वर्क कर लिया गया है। विदेश यात्रा पर निकलने से पहले मुख्यमंत्री इसे अमलीजामा पहना देंगे।
विभागों के बंटवारे की बात करें तो सांसद चुने जाने के बाद जून 2024 में बृजमोहन अग्रवाल ने इस्तीफा दिया था, उसके बाद स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग को मुख्यमंत्री ने अपने पास रख लिया था कि नए मंत्री बनने के बाद उन्हें सुपूर्द कर देंगे। बहरहाल, अब जब तीन नए मंत्री बन जाएंगे तो सबसे पहले मुख्यमंत्री अपने विभागों के वर्क लोड से हल्का होना चाहेंगे।
वैसे भी शिक्षा विभाग किसी मुख्यमंत्री के पास नहीं होता। सबसे अधिक फाइलें इसी विभाग में आती हैं। मंत्रियों को विभाग बांटना मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र का मामला है। इसे मुख्यमंत्री ही तय करते हैं। मगर सत्ता के गलियारों में मंत्रियों के संभावित विभागों को लेकर जो कैलकुलेशन चल रहा है उसके अनुसार तीनों मंत्रियों को मोटे तौर पर इस तरह मंत्रियांं को विभाग मिलने के अनुमान हैं।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव रविशंकर विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। ऐसे में उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। विभागों के युक्तियुक्तकरण के तहत डिप्टी सीएम विजय शर्मा से विज्ञान और तकनीकी शिक्षा लेकर उसे गजेंद्र यादव को दिया जा सकता है। इससे शिक्षा से जुड़े तीनों विभाग गजेंद्र यादव के पास आ जाएंगे।
इसी तरह उप मुख्यमंत्री अरुण साव से PHE विभाग लेकर खुशवंत साहेब को दिया जा सकता है। इसके साथ ही उन्हें खादी ग्रामोद्योग विभाग भी मिल सकता है।
अत्यधिक संभावना है कि मुख्यमंत्री माईनिंग, जीएडी, जनसंपर्क अपने पास रखें और ट्रांसपोर्ट व आबकारी विभाग किसी और मंत्री को दे दें। क्योंकि, ये दोनों विभाग छबि की दृष्टि से मुख्यमंत्री के पास नहीं होते। प्रारंभ में नए मंत्री की प्रत्याशा में ये दोनों विभाग मुख्यमंत्री के पास थे। ट्रांसपोर्ट तो एकदम से नहीं कहा जा सकता कि राजेश अग्रवाल को मिलेगा मगर आबकारी विभाग जरूर मुख्यमंत्री किसी मंत्री को सौंपना चाहेंगे। इसके लिए राजेश का नाम सबसे उपर चल रहा है।
बता दे कि साय कैबिनेट का यह पहला विस्तार होगा। 10 दिसंबर 2023 को विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। दिसंबर 2025 में भी कैबिनेट विस्तार लगभग फायनल हो गया था, मगर ऐन वक्त पर उसे टाल दिया गया। इसी तरह मई 2025 में भी हुआ। अंतिम समय में शपथ ग्रहण को रोक दिया गया।


















