छत्तीसगढ़ - प्रेमिका के पति को मारने सनकी आशिक ने रची साजिश , होम थियेटर में भर कर भेजा IED बम , फिर हुआ यह..
खैरागढ़ 17 अगस्त 2025 - खैरागढ़ जिले में एक सनकी आशिक ने अपनी प्रेमिका के पति को मारने के लिए खतरनाक साजिश रची. उसने यू-ट्यूब से बम बनाना सीखकर एक स्पीकर बम तैयार किया और उसे पार्सल कर प्रेमिका के पति तक पहुंचा दिया. इस स्पीकर को ऑन करते ही पूरे इलाके में एक बड़ा धमाका हो सकता था. एक नहीं, बलकि कई लोगों की जान जा सकती थी. लेकिन प्रेमिका के पति को पार्सल खोलते ही गड़बड़ी का अंदाजा हो गया और वह मौत के इस खतरनाक जाल से बच निकला।
जानकारी के मुताबिक, गंडई निवासी अफसार खान के पास एक पार्सल पहुंचा. बाहर से वह बिल्कुल नया होम थिएटर लग रहा था, लेकिन उसे उठाते ही अफसार को शक हुआ. स्पीकर असामान्य रूप से भारी था और पावर पिन टूटा हुआ दिख रहा था. पेशे से इलेक्ट्रिशियन अफसार ने सावधानी से पार्सल खोला तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. स्पीकर के भीतर से जिलेटिन की छड़ें और तारों से जुड़ा डिटोनेटर निकला. उसने तुरंत पुलिस को खबर दी।
सूचना मिलते ही पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया. जांच में पता चला कि स्पीकर के अंदर छिपाया गया विस्फोटक इस तरह डिज़ाइन किया गया था कि जैसे ही उसे बिजली के स्रोत से जोड़ा जाता, करंट सीधे डिटोनेटर तक पहुँचकर जोरदार धमाका कर देता. विस्फोट की स्थिति में स्पीकर का आवरण ही घातक छर्रों में बदल जाता।
पुलिस के मुताबिक विनय वर्मा ने इंटरनेट से देखकर इस बम को तैयार किया था. उसका मकसद अपनी प्रेमिका के पति अफसार खान की हत्या करना था. लेकिन इस साजिश में विनय अकेला नहीं था. उसके साथ कई लोग शामिल थे, जिन्होंने फाइनेंस, सप्लाई और फर्जी लोगो तक का इंतजाम किया. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस बम में इस्तेमाल जिलेटिन दुर्ग जिले की पत्थर खदानों से अवैध रूप से लाया गया था।
पुलिस ने इस केस में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें आईईडी तैयार करने वाला, फाइनेंसर, डिलीवरी में मददगार, सप्लायर और यहां तक कि फर्जी इंडिया पोस्ट लोगो बनाने वाला भी शामिल है. आरोपियों के ठिकानों से 60 जिलेटिन स्टिक और दो डिटोनेटर बरामद हुए.पुलिस अधीक्षक लक्ष्य विनोद शर्मा ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताया।
उनके अनुसार यह केवल एक सुनियोजित हत्या की साजिश को नाकाम करने भर की बात नहीं है, बल्कि अवैध विस्फोटक आपूर्ति के एक पूरे नेटवर्क को उजागर करने वाली घटना है. सभी आरोपियों पर हत्या की साजिश, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।


















