छत्तीसगढ़ - मनचाहा धन पाने की चाहत में 07 साल के मासूम लाली की बलि , भाई भाभी सहित 05 गिरफ्तार
मुंगेली 27 जुलाई 2025 - मुंगेली जिले के ग्राम कोसाबाड़ी में ‘मनचाहा धन’ प्राप्त करने के लालच में 7 साल की मासूम बच्ची लाली उर्फ महेश्वरी गोस्वामी की बलि कथित तौर पर तंत्र-मंत्र और झाड़फूंक के अंधविश्वास में दी गई। मामले में बच्ची के रिश्ते में भाई-भाभी सहित पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना 11 अप्रैल 2025 की रात की है, जब लाली अपनी मां के साथ घर में सो रही थी। अगली सुबह वह लापता पाई गई।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। करीब एक महीने बाद, 6 मई को श्मशान के पास एक खेत में एक खोपड़ी और मानव अस्थियाँ मिलीं। डीएनए जांच में यह पुष्टि हुई कि वे अवशेष लाली के ही हैं। बच्ची के माता-पिता के डीएनए से जब मिलान किया गया तो साफ हुआ कि बरामद खोपड़ी और अस्थियाँ उन्हीं की बेटी की थीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए, जिससे उसकी क्रूर हत्या की पुष्टि हुई।
बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला और मुंगेली एसपी भोजराम पटेल के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम बनाई गई थी। जांच में साइबर सेल, सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान, नार्को टेस्ट, ब्रेन मैपिंग और पॉलिग्राफ टेस्ट की मदद ली गई। इन सभी उपायों से सामने आया कि बच्ची की बलि ‘झरन पूजा’ नामक एक काले तांत्रिक अनुष्ठान के तहत दी गई थी, जिसे गांव में मनचाही समृद्धि पाने के लिए किया जाता है।
जांच में चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि बच्ची की हत्या की साजिश रचने वाले उसके ही रिश्ते में भाई-भाभी थे। पुलिस ने मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है।



















