लड़कियों को क्यों पसंद आ जाते हैं छपरी लड़के, ये कौन होते हैं, जानें क्या कहती है साइकोलॉजी


रायपुर 15 जून 2025 - सोनम रघुवंशी ने अपने पति राजा रघुवंशी के साथ जो किया वो वाकई दिल दहलाने वाला है। सोशल मीडिया पर सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा है सोनम रघुवंशी। सोशल मीडिया पर कई रील और वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें लड़के कह रहे हैं कि हमारा पढ़ने-लिखने और कामयाब होने का मतलब क्या है, जब लड़कियों को छपरी लड़के ही पसंद आते हैं।
इंदौर की सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा की फोटो शेयर करके लोग कह रहे हैं कि आखिर लड़कियों को छपरी लड़के क्यों पसंद आते हैं। पिछले कुछ सालों से सोशल मीडिया पर छपरी शब्द का ट्रेंड बढ़ा है। छपरी लड़के कौन होते हैं ? छपरी शब्द एक स्लैंग है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। छपरी एक ऐसी पर्सनैलिटी के लोगों को कहा गया है जो सतही और दिखावा पसंद करने वाले होते हैं। ऐसे लोगों के चरित्र में कोई गहराई नहीं होती है। ये एक तरह का ढंग और एटीट्यूड है। इस शब्द का इस्तेमाल मजाकिया और नेगेटिव अंदाज में होता है।
इंदौर की सोनम के केस में पति राजा रघुवंशी अच्छा दिखने वाला और कामयाब आदमी था। वहीं सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा राजा के मुकाबले बेहद एवरेज आदमी है। सिर्फ शक्ल ही नहीं बल्कि दोनों के व्यवहार और लाइफस्टाइल में भी काफी अंतर है। राज कुशवाहा सोनम के पिता के कारखाने में काम करने वाला मामूली कर्मचारी था, लेकिन उसके लिए सोनम ने अपने पति को रास्ते से हटा दिया।
मनोवैज्ञानिक डॉ. विधि एम पिलनिया का कहना है कि वो छपरी हमें लग रहे हैं, लेकिन जिन महिलाओं को ऐसे लड़के पसंद आते हैं, वे उनके लिए एक तरीके से उनके इमोशनल सैटिस्फैक्शन का जरिया होते हैं। ऐसे लड़के लड़कियों को इमोशनली सैटिस्फाई करते हैं। उनको सिर-आंखों पर बैठाकर रखते हैं। उनकी सेल्फ एस्टीम को हाई रखते हैं। वे कई बार अपने व्यवहार का ऐसा पक्ष दिखाते हैं जो काफी मानवीय होता है। छपरी लड़के अपनी ऐसी छवि बनाते हैं जो लड़कियों को बहुत अट्रैक्ट करती है।
छोटी-छोटी मानवीय भावनाएं लड़कियों को पसंद आती हैं। लड़कियां बहुत अच्छे लुक और कमाई को नजरअंदाज कर देती हैं। जैसे छपरी लड़के खुद को बहुत धार्मिक दिखाते हैं, उनके पास थोड़ी-बहुत पावर भी होती है। वो ऐसा दिखाते हैं कि वो अपनी मां या पिता से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं, जबकि असल में वो हकीकत नहीं होती है, ये सब उनका मायाजाल होता है। लड़कियों को इमोशनल सिक्योरिटी चाहिए होती है। ऐसे लड़के बहुत अच्छे से इमोशनल सिक्योरिटी को हैंडल करना जानते हैं। ऐसे लड़के लड़कियों के सामने ये भी जताते हैं कि तुम इतनी अच्छी होकर के मुझे कैसे मिल गई, ये मेरा नसीब है।
ऐसी भावना हमेशा लड़की को ऊपर के दर्जे पर यानी सुपीरियरिटी फील कराती है। ऐसे लोगों के साथ रहकर लड़कियों को महसूस होता है कि वो इमोशनली मेरी बहुत इज्जत कर रहा है। वो मेरे इमोशंस को बहुत प्रोटेक्ट करता है। वो अपनी मां के साथ इतना अच्छा है या गरीब होकर भी गरीब को चप्पल देता है। ऐसे लड़के लड़कियों की नजर में बहुत अच्छे होते हैं, वे उन्हें छपरी नहीं समझतीं।