सक्ती में कांग्रेस के ऐसी क्या मजबूरी , सामान्य मुक्त सीट पर महिला क्यो हुई जरूरी??

सक्ती 31 जनवरी 2025 - कांग्रेस के गलत टिकट बंटवारे को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ के कांग्रेसियो में भारी विरोध है। छोटे कार्यकर्ता से लेकर जिला अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तक एक के बाद एक इस्तीफा दे रहे है। ताजा मामला मोहला और बेमेतरा जिले का है जँहा टिकट बंटवारे से नाराज होकर मोहला कांग्रेस जिला अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी और बेमेतरा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बंशी पटेल ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। वही दो दिन पहले सक्ती कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल ने पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सक्ती से ताल ठोक रहे है।
अब सवाल यह उठता है कि 33 साल तक कांग्रेस के मजबूत सिपाही के रूप में खड़े रहे श्याम सुंदर अग्रवाल ने इस्तीफा क्यो दिया?? , अगर आवेश में आकर श्याम सुंदर ने इस्तीफा दे दिया तो उन्हें मनाने की कोशिश क्यो नही हुई?? , आखिर क्यों 33 साल तक कांग्रेस की सेवा करने वाले श्यामू को चाय में गिरी मक्खी की तरह निकाल कर फेंक दिया गया?? , सामान्य मुक्त सीट होने के बाद सक्ती से कांग्रेस ने महिला प्रत्यासी को क्यो टिकट दिया?? ऐसे कई सवाल है जिसका जवाब सक्ती की जनता कांग्रेस से चाहतीं है।
हम कोई नारी शक्ति विरोधी नही है लेकिन सवाल यह उठता है कि पिछले 05 साल तक महिला अध्यक्ष रही अब जब सक्ती सामान्य मुक्त सीट हुई तो कांग्रेस ने किसी पुरुष के बजाय महिला को प्रत्यासी क्यो बनाया। इसमें कोई शक नही है कि कांग्रेस ने जिसे प्रत्यासी बनाया है हर तरह से ससक्त और मजबूत उम्मीदवार है। लेकिन अगर कांग्रेस ने किसी पुरूष को प्रत्यासी बनाया होता हो आज विवाद की स्थिति निर्मित नही होती।