बेजा कब्जा तोड़ने गए पुलिस और प्रसासन की टीम पर पथराव , जान बचा कर भागे अधिकारी ,,
मध्य प्रदेश , 2020-12-25 20:37:02
मुरैना 25 दिसम्बर 2020 - जौरा तहसील के चैना गांव में सरकारी जमीन पर बने मकानों का अतिक्रमण हटाने पहुंची राजस्व व पुलिस टीम पर पथराव हो गया। छतों पर चढ़कर ग्रामीणों ने इतने पत्थर बरसाए कि एसडीएम, एसडीओपी से लेकर अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को जान बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा। पथराव में सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। टीम को बिना कार्रवाई लौटना पड़ा। आरोपितों को चिन्हित कर उन पर एफआइआर की जा रही है।
चैना गांव में सर्वे क्रमांक 722 की जमीन सरकारी है, जो खेल मैदान के लिए आवंटित है। इसी पर कांग्रेस नेता व पूर्व जिपं सदस्य जगदीश टैगोर के अलावा चार अन्य लोगों ने कब्जा कर मकान बना लिए हैं। हाईकोर्ट ने खेल मैदान की जमीन को मुक्त कराने के आदेश दिए हैं, इसीलिए सोमवार को राजस्व व पुलिस टीम ने जगदीश टैगोर व अन्य चार के मकानों को तोड़ दिया। जगदीश टैगोर के दो मंजिला मकान का आगे का हिस्सा सोमवार को आधा टूट पाया, बाकी के पिछले हिस्से को तुड़वाने के लिए मंगलवार सुबह एसडीएम नीरज शर्मा, एसडीओपी सुजीत भदौरिया, तहसीलदार कल्पना शर्मा, थाना प्रभारी अनिरुद्ध राठौर के अलावा पुलिस बल चैना गांव में पहुंचा।
प्रशासन की टीम को देखते ही जगदीश टैगोर के टूटे मकान से लेकर आसपास के मकानों की छतों पर महिलाएं व युवक पत्थर लेकर चढ़ गए। अफसर मौके पर पहुंचे तो हंगामे के बाद पथराव होने लगा। चारों ओर से हो रहे पथराव से बचने एसडीएम-एसडीओपी गाड़ियों में बैठकर खेतों के रास्ते भागे। तहसीलदार, थाना प्रभारी से लेकर अन्य कर्मचारियों को जहां जगह मिली, वहां छिप गए। पथराव में 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस वाहन के शीशे टूट गए। एसडीओपी व अन्य अधिकारियों की गाड़ी पर भी पथराव हुआ। टीम बिना कार्रवाई लौट आई। इसके बाद भीम आर्मी के सदस्य और चैना बस्ती के लोगों ने अतिक्रमण कर बनाए गए जगदीश टैगोर के मकान में अंबेडकर प्रतिमा लगाने का ऐलान कर दिया। अफसरों का कहना है अतिक्रमण की कार्रवाई रोकने के लिए कुछ लोगों ने इस मामले को सांप्रदायिक मोड़ देना शुरू कर दिया है। हंगामा न बढ़े, इसलिए कार्रवाई को रोकना पड़ा है, पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द पूरी की जाएगी।
सोर्स - नई दुनिया