सक्ती - खामोश अभी साहब सो रहे है का धमाकेदार आगाज , आज खुला इस बड़े विभाग का खाता
सक्ती 01 अगस्त 2025 - हमारी नई सीरीज "खामोश अभी साहब सो रहे है" में आप सबका स्वागत है। आज की इस कड़ी में हम बात करेंगे सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले आबकारी विभाग की जिनके कंधे पर अवैध शराब , गांजा जैसे सभी प्रकार के मादक पदार्थ विक्रेताओं पर कार्यवाही करने का जिम्मा है। लेकिन क्या सक्ती जिले में पदस्थ आबकारी विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारी से निर्वहन कर रहे है??।
सक्ती के बुधवारी बाजार में संचालित शराब दुकान के आस पास चल रहे अवैध चखना दुकानों से सब भलीभांति वाकिफ है इस इलाके में खुलेआम शराब पीने पिलाने का दौर दिन भर चलते रहता है लेकिन यह आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आता है।
सक्ती के वार्ड क्रमांक 18 और वार्ड क्रमांक 01 में खुलेआम कच्ची महुआ शराब बेची जा रही है जिससे पूरे वार्ड वासी परेशान है लेकिन यह भी आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आता है।
वार्ड क्रमांक 03 में भीम सहित दो लोग खुलेआम पुडियो में बांध कर गांजा बेच रहे है जिसे पीकर युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है लेकिन यह भी आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आ रहा है।
नए NH-49 में खुले यादव ढाबा सहित कई ढाबों में खुलेआम शराब बेची और परोसी जा रही है लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारियों को यह नजर नही आ रहा है।
NH-49 के ढाबों में मनपसंद ब्रांड की बियर और शराब उपलब्ध रहती है जबकि सरकारी शराब दुकान से ब्रांडेड शराब और बियर गायब है और ये सब आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आ रहा है।
अड़भार चौकी क्षेत्र के ग्राम हरदी में रोज सैकड़ों लीटर अवैध कच्ची महुआ शराब बना कर सक्ती सहित आस पास के इलाकों में सप्लाई किया जा रहा है ये भी आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आ रहा है।
शराब दुकान के पास संचालित अवैध चखना दुकान की वजह से लाइसेंसी चखना दुकान सेंटर का संचालक लायसेंस फीस जमा करते हुए सड़क पर आ गया है ये भी आबकारी विभाग के अधिकारियों को नजर नही आ रहा है।
इन सब पर कार्यवाही नही होना सीधे सीधे आबकारी विभाग की कुम्भकर्णी नींद को दर्शाता है ऐसे में अब सक्ती के लोग कहने लगे है कि.. "खामोश अभी साहब सो रहे है"।



















