सक्ती - 70 साल की सजीला बाई ने राज्यपाल से मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति , जाने क्या है मामला
सक्ती 22 जुलाई 2025 - सिस्टम में बैठे लोग कितने निष्ठुर हो चुके है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक बुजुर्ग दंपत्ति ने निराश होकर इच्छा मृत्यु की मांग कर दी है। राज्यपाल को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है मुझे न्याय नहीं दे सकते तो इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दीजिए। मामला सक्ती जिले का है।
सक्ती जिले के ग्राम बड़े खैरा निवासी सजीला बाई ने बताया कि गांव में उनकी पुस्तैनी जमीन है जिसे किसी ने फर्जीवाड़ा कर 2015 में बेच दिया है। तब से अब तक खुद की जमीन को पाने के लिए सजीला बाई कोर्ट , थाना, वकील, बाबुओं और अफसरों के चक्कर काट रही है लेकिन उसे कंही से भी न्याय नहीं मिला। अंत मे थक कर बुजुर्ग दंपत्ति ने राज्यपाल को पत्र लिखकर सीधे मौत मांग ली है।
अपने पत्र में सजीला बाई ने लिखा है कि ..
मैं श्रीमती सजीला बाई, उम्र 70 वर्ष, निवासी ग्राम-बड़े खैरा, पोस्ट- भोथली, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ (छत्तीसगढ़), विगत कई वर्षों से सक्ती जिले के ग्राम-ठनगन, प.ह.न. 23 तहसील व थाना डभरा की अपनी ही पुश्तैनी जमीन पर अधिकार पाने के लिए प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काट रही हूँ। मेरे द्वारा थाना-डभरा में लिखित आवेदन भी दिया जा चुका है जिसका रिपोर्ट दर्ज नहीं हुआ है।
मेरी कुल 4.581 हेक्टेयर पैतृक भूमि, खसरा नं. 980/1 में सें 0. 324 हेक्ट, पैतृक भूमि जो ग्राम-ठनगन तहसील डभरा, जिला सक्ती में स्थित है, उसे बिना मेरी जानकारी और सहमति के कुछ लोगों द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर अवैध रूप से रजिस्ट्री कर दिया गया। यह रजिस्ट्री 31.03.2015 को की गई, जबकि इस जमीन का स्वामित्व मेरे नाम पर है। मैंने तहसील, थाना, रजिस्ट्री कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय तक शिकायतें कीं, अनेक बार प्रमाण और दस्तावेज प्रस्तुत किए, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
अतः मेरी आपसे विनती है कि यदि मुझे मेरी ही जमीन पर अधिकार नहीं दिया जा सकता तो कृपया मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए, ताकि मैं रोज-रोज अपमानित और पीड़ित होकर जीने के बजाय शांतिपूर्वक इस जीवन से विदा ले सकूं।



















