सक्ती - NH 49 बना ट्रैफिक विभाग के अवैध वसूली का अड्डा , हर दिन हो रही है डेढ़ से दो लाख की वसूली


सक्ती 28 मई 2025 - सक्ती जिला गठन के बाद ट्रैफिक विभाग अस्तित्व में आया है इससे पहले यह विभाग जांजगीर चाम्पा जिले से संचालित होता था लेकिन अब सक्ती जिला बनने के बाद यहाँ यातायात प्रभारी की नियुक्ति हो गई है वर्तमान में ट्रैफिक प्रभारी का जिम्मा निरीक्षक कमल किशोर महतो साहब संभाल रहे है लेकिन वो अपने दायित्वों का निर्वहन कितनी ईमानदारी से कर रहे है या फिर अपने मातहतों से करा रहे अगर यह देखना हो तो नए NH-49 पर बाराद्वार से मसनिया के बीच आसानी से देखा जा सकता है। जँहा प्रभारी के संरक्षण और निर्देश पर यातायात के सिपाही दिन रात वसूली करने में लगे हुए है।
यातायात विभाग ने सक्ती के कंचनपुर फुलवारी चौक को वसूली का अड्डा बनाया हुआ है जँहा पर ट्रकों और मालवाहक वाहनों के दस्तावेज जांच के नाम पर उन्हें रोका जाता है। वाहन के रुकते ही एक आरक्षक दस्तावेज को लेकर गायब हो जाता है और जब वाहन का चालक दस्तावेज वापस मांगता है तब उससे सौदेबाजी की जाती है और सौदेबाजी की रकम 10 से 50 हजार तक होती है। यातायात विभाग का मुख्य टारगेट कोरबा , रायगढ़ और बिलासपुर से आने जाने वाले बड़े ट्रक और हायवा होता है जिनसे ये लोग मनमानी वसूली करते है।
बताया जा रहा है कि यातायात प्रभारी ने सिपाहियों को प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख की वसूली का टारगेट दिया हुआ है जिसमे से कुछ रकम सरकारी खजाने में जाता है और बाकी का आपस मे बंदरबांट कर लिया जाता है। यातायात विभाग की अवैध वसूली से भारी वाहनों के चालक और मालिक दोनो खासे परेशान है लेकिन वे यह सोच कर शिकायत नही कर रहे है कि उन्हें हर दिन इसी रास्ते पर चलना है और इसी बात का फायदा उठाकर ट्रैफिक विभाग इनसे लगातार वसूली करने में जुटा हुआ है।
यातायात प्रभारी के संरक्षण मिलने से सिपाहियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे है। एक समय ऐसा था कि कोई भी आरक्षक ट्रैफिक विभाग में नही जाना चाहता था लेकिन जब से अवैध वसूली का नया ट्रेंड शुरू हुआ है तब से यह विभाग मलाईदार बन गया है और अब इसमें जाने के लिए मानो होड़ सी मच गई है।
जानकारो की माने तो ट्रैफिक विभाग को नेसनल हायवे पर वाहनों की जांच का पावर ही नही है इसके बावजूद भी बाराद्वार से मसनिया के बीच यातायात विभाग के अवैध वसूली का कारोबार खुलेआम जारी है।