सक्ती - वार्ड क्रमांक 10 का पूर्व पार्षद रवि देवांगन निकला बड़ा फ्राड , जिसने वोट दिया उसे ही लुटा..
सक्ती 18 अप्रैल 2025 - वैसे तो सक्ती शहर में एक से एक धुरंधर बड़े बड़े कांड करके बैठे है लेकिन इन सब मे एक नया नाम आज सामने आया है और वो नाम है वार्ड क्रमांक 10 के पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन का जिसके कांड की जानकारी वार्ड वासियो और चुनिंदा लोगो को छोड़कर शायद किसी के पास नही है।
वार्ड के लोगो की माने तो पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन साल 2009 में चुनाव जीतने के बाद साईं प्रशाद और अनमोल नामक चिटफंड कंपनी से जुड़ गया और वार्ड के लोगो को रकम दुगुना होने का झांसा देकर उस कंपनी में इन्वेस्ट कराने लगा। नए - नए पार्षद होने की वजह से वार्ड के भोले-भाले लोग रवि देवांगन के झांसे में आकर रकम जमा करने लगे। समय बीतते गया और साल 2014 में फिर से पालिका का चुनाव आ गया लेकिन इस बार किस्मत ने रवि देवांगन का साथ नही दिया और निर्दलीय प्रत्याशी शिबू महाराज से हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच 05 साल का वक्त गुजर गया और लोग अपनी जमा राशि ब्याज के साथ वापस पाने के लिए रवि देवांगन पर दबाव बनाने लगे। लोगो का बढ़ता दबाव देख कर कुछ साल के लिए रवि देवांगन भाग कर रायपुर चला गया। रायपुर में लगभग 05 साल बिताने के बाद पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन फिर सक्ती आ गया। पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन के सक्ती वापस आते ही लोग फिर से अपनी रकम वापसी के लिए तकादा करने लगे तब पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन ने कंपनी डूब जाने की बात कहते हुए लोगो को रकम देने से इंकार कर दिया।
जिससे नाराज होकर जब लोगो ने हल्ला मचाना शुरू किया तो पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन धमकी देने पर उतर आया और तब से लेकर अब तक पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन लोगो का लाखो रुपये दबाए बैठा है। वार्डवासी जानकारी के अभाव में अब तक पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन की कही पर भी शिकायत नही किये है। अगर लोग अभी भी पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन की शिकायत पुलिस और प्रसासन से करते है तो रवि देवांगन को जेल जाना पड़ सकता है।
बहरहाल वार्ड वासियों की शिकायत के बाद ब्रम्हानंद पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन की जन्म कुंडली निकालने में जुट गए है और जल्द ही पूर्व कांग्रेसी पार्षद रवि देवांगन के कुछ और बड़े काण्ड का खुलासा ब्रम्हानंद कर सकता है।


















