सक्ती - गांजा विक्रेता भीम को नही है किसी का डर , बेखौफ होकर कर रहा है गांजे का काला कारोबार
सक्ती 15 अप्रैल 2025 - गांजा विक्रेता "भीम" को नही है पुलिस और आबकारी का डर यह हम नही बल्कि ब्रम्हानंद कह रहा है। दरअसल गांजा विक्रेता "भीम" के काले कारोबार की टोह लेने सोमवार को ब्रम्हानंद खुद "भीम" के इलाके में गया और जब कुछ लोगो से बात की तो यह जानकारी सामने आई कि "भीम" ने यह अफवाह फैला रखी है कि वो हर महीने संबंधित दोनो विभाग के जिम्मेदारों को मोटा चढ़ावा चढ़ाता है।
यह जानकारी मिलने के बाद ब्रम्हानंद ने जब "भीम" की जन्म कुंडली निकाली तो पता चला कि वह पिछले कई सालों से गांजे का अवैध कारोबार करते आ रहा है और छोटू देवांगन के गिरफ्तार होने के बाद उसका यह काला धंधा खूब जोर पकड़ा है। अब हालात यह है कि गांजे के कारोबार में "भीम" का एकछत्र राज है और इतना कुछ होने के बाद भी अभी तक वह पुलिस या आबकारी विभाग की गिरफ्त में नही आया है।
ब्रम्हानंद को जो जानकारी आज मिली उसके मुताबिक "भीम" उड़ीसा से डायरेक्ट गांजा मंगाता है और उसके गांजे की पूरी खेप सक्ती थाना क्षेत्र के सरहदी इलाके के एक गांव में उतरता जिसे वह थोड़ी थोड़ी कर अपने घर लाता है और 20 -50 रुपये की पुड़िया बना कर बेचता है। ब्रम्हानंद की माने तो "भीम" ने ग्रामीण इलाकों में भी अच्छा खासा नेटवर्क बना चुका है और वह गांव देहात के छोटे कोचियाओ को थोक में गांजा की सप्लाई करता था और खास बात यह है कि कोचियाओ को थोक में गांजा देने वह स्वयं नही जाता है बल्कि इसके लिए एक दिहाड़ी पर एक युवक को रखा है जिसका काम गांजे की पैकेट बना कर कोचियाओ को सप्लाई करना है।
ब्रम्हानंद का कहना है कि कोई भी ब्यक्ति कभी भी जाकर "भीम" से गांजा खरीद सकता है। और अगर नशेड़ियों को गांजा पीते देखना हो तो सक्ती के गायत्री मंदिर के पास , शनि मन्दिर के पीछे , बुधवारी बाजार के पानी टंकी के पास , बंधवा और पुरेनहा तालाब के पास , नया बस स्टैंड और मुक्ति धाम के पास आसानी से देखा जा सकता है।


















