सक्ती - अगर कलयुग में रामायण लिखी जाती तो यह होते राम और यह बनते हनुमान , पढ़े पूरी खबर..


सक्ती 09 मार्च 2025 - मन्नत पूरी नही होने पर लोग भगवान को भी बुरा भला कहने से नही चूकते है तो नेताओ की क्या बिसात है। नेताओ की तारीफ में सच्ची झूठी कसीदे पढ़ने और उनके आगे-पीछे घूमने वाले लोग एक ख्वाहिश पूरी नही होने पर एक नेता को छोड़ दूसरे नेता की दामन पकड़ने में पल भर की देरी नही करते है। लेकिन आज हम एक ऐसे ब्यक्ति के बारे में बात करने जा रहे है जिसे ना तो पद की लालसा है और ना रुपये कमाने की चाहत है वो तो बस निःस्वार्थ भाव और पूरी शिद्दत से अपने भैय्या की सेवा करने में जुटा हुआ है।
उस ब्यक्ति का नाम बताए उससे पहले उसके बारे में कुछ ऐसी अनकही बात बता दे जिसके बारे में खुद उसे भी नही पता है। दरअसल उसके अपने ही उसे बुरा भला कहते है वह इसलिए क्योंकि वे सक्ती विधायक और नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत के इतने करीबी और खास होने के बाद भी ना तो अपने लिए कुछ किया और ना अपनो के लिए कुछ कर पाया। और जब उस ब्यक्ति से इस बारे में पूछा गया तो उसका दो टूक कहना था कि वो दिल से डॉ महंत के साथ है और उनसे कोई अपेक्षा नही रखते है। और उनके लिए डॉ महंत ही सब कुछ है।
अब बात करते है उस शख्सियत की जिसे डॉ महंत ने सक्ती जेल में अपना विधायक प्रतिनिधि नियुक्त किया है लेकिन उसे इस पद में भी कोई रुचि नही है नियुक्ति दिनांक से लेकर आज की तारीख तक वे जेल की तरफ झांकने भी नही गए है। हम बात कर रहे है कट्टर महंत समर्थक पप्पू की जिसका असल नाम उगेन्द्र अग्रवाल है लेकिन लोग उसे कट्टर महंत समर्थक के नाम से जानते है।
उगेन्द्र अग्रवाल डॉ चरणदास महंत के इतने करीबी है कि अगर वे डॉ महंत से विधानसभा या लोकसभा की टिकट भी मांगे तो डॉ महंत ना नही कहेंगे। लेकिन उगेन्द्र है कि डॉ महंत को अपना "राम" मान कर हनुमान जी की तरह सर्वत्र न्योछावर किये बैठा है। उगेन्द्र अग्रवाल को करीब से जानने वालों की माने तो उगेन्द्र बचपन से ऐसा ही है जिसे अपना मान लिया उसके लिए जान भी देने से पीछे नही हटते है और जिसे दुत्कार दिया उसका चेहरा मरते दम तक नही देखते है।
आज की दल बदल राजनीति में उगेन्द्र अग्रवाल की तरह लोग बहुत ही कम देखने को मिलते है। लिहाजा ऊपर वाले से प्रार्थना की उगेन्द्र जैसा ब्यक्ति हमेशा धरती पर भेजते रहे।