सक्ती - पुलिस विभाग हुआ सस्ता , बाकी के विभाग हुआ महंगा , सक्ती जिले में आया रामराज्य , पढ़े पूरी खबर
सक्ती , 07-01-2023 1:33:43 AM
सक्ती 06 जनवरी 2023 - समय का चक्र घूमते रहता है , मौषम में भी बदलाव होते रहता है , पुराणों की माने तो कभी सतयुग , द्वापर युग , कलयुग और ना जाने क्या क्या वर्णित किया गया है जिसे किसी ने नही देखा है लेकिन कथा प्रवचन में यह बात जरूर कही और सुनी जाती है , लेकिन यह बात कितना सत्य है इसकी गारेंटी कोई नही लेता है इन सब के बीच एक बात सत्य है कि चेहरे बदल जाते है लेकिन कुर्शी वही रहती है।
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो कुर्शी को अपनी जागीर और पद को बफौती समझने की गलतफहमी पाले रहते है ऐसे ही कुछ अधिकारी नवगठित सक्ती जिले में मौजूद है जो सक्ती की शक्ती से वाकिफ नही है।
अब बात मुद्दे की तो अविभाजित जांजगीर चाम्पा जिले में सक्ती को आर्थिक राजधानी का अघोषित दर्जा क्यो प्राप्त था , और इसके पीछे वजह क्या थी इस बात से कलमकार और अधिकारी अंजान नही है यही वजह है की वो चाहे कोई भी विभाग क्यो ना हो लेकिन मजेदार बात यह है की बदनाम सिर्फ पुलिस महकमा ही होता है , PHE , PWD , राजस्व विभाग , जनपद पंचायत , नागर पालिका , एरिगेशन विभाग , वन विभाग , रजिस्ट्रार विभाग , खनिज विभाग और ना जाने कितने ऐसे दफ्तर है जँहा भ्रष्टाचार अपनी जड़े इतनी मजबूत कर चुका है जिसे उखाड़ पाना असंभव ही नही बल्कि नामुमकिन है लेकिन इस विभाग पर किसी की नजर नही जाती है अगर किसी मे खामी है तो वह है पुलिस विभाग। लेकिन अगर कोई मुसीबत आन पड़े तो सबसे पहले दिमाग मे एक ही बदनाम नाम याद आता है और वो पुलिस।
खबर को समझ सको तो समझो नही तो जय जोहार है ,,,,


















