सक्ती जिले में आया रामराज्य , थानेदारों को व्वाईट कॉलर वालो से हुआ प्यार , खाखी हुआ बेकार , पढ़े पूरी खबर
सक्ती , 16-11-2022 9:55:15 PM


सक्ती 16 नवम्बर 2022 - पुरानी कहावत है और बुजुर्गों ने भी कहा है की जुआ और सट्टा किसी का ना हुआ और जिसका हुआ उस पर माँ की बददुआ ऐसा ही कुछ इन दिनों हो रहा है नवगठित सक्ती जिला मुख्यालय में विगत जो कार्य पिछले 20 सालों में नही हुआ वो महज दो महीने में हो गया।
पुलिस की रिकार्ड में सक्ती जिला मुख्यालय या फिर सरहदी क्षेत्रो में जुआ , सट्टा , अवैध शराब पर पूरी तरह अंकुश लग गया है लेकिन इस बात का लोगो को यकीन नही हो रहा है अब लोगो को यकीन दिलाने के लिए मीडिया ढिंढोरा पीटे या फिर पुलिस गाँव गाँव जा कर चौपाल लगाए।
इस मामले में थाना प्रभारी जवाब नही देते है और जो इस धंधे के कारोबारी है उनके सफेद कपड़े प्रतिदिन चकाचक होने ड्राईक्लीनर्स के यहाँ पहुँच रहे है अब किसके में हिम्मत है की व्वाईट कॉलर पर स्क्रेच डाले।
अब बात मुद्दे की सारे नियम कायदे पत्रकार और आम लोगो के लिए है और व्वाईट कॉलर वालो के लिए कोई नियम नही है पत्रकार थाने पहुँच गए तो करते है एक सवाल की कैसे आना हुआ और जब व्वाईट कॉलर वाले जाते है तो कहते है की आइए सर आपको आने की क्या जरूरत थी आने की हमे बुला लिया होता।
अगर कोई पत्रकार या आम लोग कोई जानकारी या थोड़ी बहुत मदद के लिए थाने पहुँचते है या फिर पुराने संबंध के चलते फोन कर लेते है तो नियमो का हवाला दे कर पल्ला झाड़ लेते है अगर यही फोन किसी व्वाईट कॉलर वाले का हो तो जानकारी देने में पल भर का वक्त नही लगता है।
शायद साहेब को व्वाईट कॉलर वाले ज्यादा पसंद है यही वजह है की पॉलीथिन में पैक कच्ची महुआ शराब पकड़ने वाले आरक्षक को लताड़ और आधा पाव शराब और दो डिस्पोजल ग्लास जप्त करने वालो को शाबासी दिया जाता है।
अब साहेब के राज में रामराज्य आ गया है चैन से सोईये और चैन से सोने दीजिए नही तो जै जोहार है।