सक्ती नगर पालिका प्रसासन हुई फिसड्डी साबित , अपनी गलती छिपाने के लिए आम लोगो को कर रहा है परेशान
सक्ती , 10-11-2022 8:52:16 PM


सक्ती 10 नवंबर 2022 - राजस्व वसूली के मामले में सक्ती नगर पालिका प्रसासन फिसड्डी साबित हो गया है और अब अपनी गलती और कमजोरी को छिपाने के लिए माननीय न्यायालय की शरण ले रहा है , सक्ती के लोगो ने पहली बार महसूस किया है कि पालिका प्रसासन बकाया कर्ज वसूली को लेकर इस हद तक जा सकता है।
अब गलती किसकी है ये तो पालिका के अधिकारी और दस्तावेज ही बता सकते है अगर नियम की बात करे तो पालिका हर साल नोटिस दे कर कर्ज वसूली कर सकती थी लेकिन ऐसा नही हुआ और अब जो हो रहा है उससे लोग खासे परेशान है।
पालिका ने सभी बकायादारों की सूची न्यायालय को सौप दी है और 12 नवंबर को लोक अदालत में माननीय न्यायाधीश लोगो को बकाया कर्ज जमा करने संबंधी सुनवाई करेंगे , कोर्ट और कचहरी के नाम से बड़े बड़े तुर्रम खानों की पेंट गिली हो जाती है तो आम लोगो की क्या औकात है।
अगर नगर पालिका प्रसासन हर साल समय पर टैक्स वसूल करती तो आज यह नौबत ही नही आती अब बात मुद्दे की अगर किसी गरीब आदमी को एकमुश्त 10 , 20 या 50 हजार रुपए पालिका को टैक्स के रूप में देना पड़े तो वो बेचारा इतनी रकम कँहा से लाएगा , पालिका ने तो अपनी कमजोरी छिपा कर मामले को माननीय न्यायालय के सुपुर्द कर दिया है और जाहिर सी बात है की लोग माननीय न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए बकाया टैक्स को जैसे तैसे जमा तो कर देंगे लेकिन उनके दिल से जो आह निकलेगी और जो बददुआ देंगे वो किसे लगेगी ये आने वाले वक्त में पता चल जायेगा।
