सक्ती शहर में कलयुग का हुआ अंत रामराज्य की हुई शुरुआत , थोड़ी देर से ही सही लेकिन आया सतयुग ,,
जांजगीर चाम्पा , 17-01-2021 12:25:59 AM
सक्ती 16 जनवरी 2021 - नया साल लगते ही सक्ती में कलयुग का अंत हो गया है वैसे तो सक्ती में सतयुग की शुरुवात दो साल पहले हो चुकी थी लेकिन कलयुग की विदाई होते होते कुछ समय लग गया अब तो सक्ती में राम राज्य स्थापित हो गया है यही वजह है की किसी समय में जुए , सट्टे , चोरी , नकबजनी , लूट , बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों के लिए मशहूर सक्ती शहर अब सभी अपराधों से मुक्त हो गया है।
इन सब को देख कर लगता है की सक्ती शहर के सारे गुनाहगार और अन्यायी गंगा स्नान कर आये है या फिर किसी तीर्थ स्थान में भजन कीर्तन करते हुए अध्यात्म की ओर अग्रसर हो गए है।
उपरोक्त सभी बाते हम नही कह रहे है यह तो सरकारी रिकार्ड बता रहा है ,
लोग सक्ती को बे वजह ही बदनाम किया करते थे अगर सक्ती में दोषी या पापी रहते तो क्या भगवान सक्ती में " कोरोना " के कहर को कम करते , और क्या अपराधों में गिरावट दर्ज होती।
लेकिन यह सब हुआ है दो सालों में यही वजह है की अब सक्ती में अब कोई भी दो नंबर का कार्य नही होता है यहाँ तक सरकारी कार्यो में भ्रस्टाचार भी होना बन्द हो गया है इसीलिए यह कहना पड़ रहा है की अब सक्ती में कलयुग का अंत हुआ और सतयुग प्रारंभ हो गया है।
यह बात अलग है की प्रभु की कृपा अभी कुछ लोगो पर ही बरसनी शुरू हुई है ये वो लोग है जो सायकल से कार पर आ गए है अभी ऐसे बहुत लोग बाकी है जिन पर प्रभु की मेहरबानी होनी बाकी है और वो लोग उम्मीद कर रहे है की बहुत जल्द उन पर कृपा बरसेगी।


















