छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम ने स्कूली किताब छापने वाली इन पांच बड़े फर्मों को किया ब्लैकलिस्टेड ,,
रायपुर , 06-01-2021 11:52:01 AM
रायपुर 06 जनवरी 2021 - छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम ने बच्चों की किताबों को छापने वाले पांच बड़े फर्मों को अनियमिता के आरोप के बाद ब्लेकलिस्टेड कर दिया है।निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने निगम का काम संभालने के बाद बड़ी कार्रवाई की है। निगम ने जिन फर्मों को ब्लेकलिस्टेड किया है उनमें मेसर्स टेक्नो प्रिंर्ट्स रायपुर , मेसर्स प्रगति प्रिंटर्स रायपुर , मेसर्स रामराजा प्रिंटर्स , रायपुर , मेसर्स श्रीराम प्रिंटर्स , मेसर्स शारदा आफसेट प्रिटर्स प्रा.लिमिटेड शामिल हैं।
बता दें कि इन फर्मों के खिलाफ विभिन्न किताबों के छापने में गड़बड़ी और अनियमितता करने के आरोप हैं। अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि इनके खिलाफ प्राप्त शिकायतों का बिंदुवार गहन परीक्षण कर निगम स्तर पर गठित जांच समिति की अनुशंसा के बाद कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि मेसर्स शारदा आफसेट प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड रायपुर के खिलाफ शिक्षा सत्र 2020-21 में जमा की गई 20 लाख की बैंक गारंटी के संबंध में विभिन्न प्रकार की शिकायतें प्राप्त हुई थी, जिसकी तथ्यों की समीक्षा और संबंधित बैंकों से प्राप्त सूचना अनुसार मुद्रक द्वारा की गई अनियमितता के विरूद्घ निगम द्वारा मेसर्स शारदा आफसेट प्रिंटर्स को तीन वर्षों के लिए काली सूची में डाला गया है।
अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के मुताबिक निगम स्कूली बच्चों को निःशुल्क मिलने वाली किताबों की उत्कृष्टता बढ़ाने की तरफ बढ़ रहा है। साथ ही निगम गुणवत्ता और किफायत दोनों को साथ लेकर चल रहा है। इस साल निगम ने कई सुधार किए हैं। उन्होंने बताया कि इस बार किताबों का कागज बीते सालों के मुकाबले बेहतर रहेगा ताकि सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी अधिक सफेद कागज पर छपी किताबें मिलें। इसके साथ-साथ इस कागज में आर-पार पारदर्शिता भी कम रहेगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कागज खरीदी में पिछले साल तक के 85 फीसदी ब्राइटनेस की तुलना में 90 फीसदी ब्राइटनेस, और 80 फीसदी ओपेसिटी के मुकाबले 90 फीसदी ओपेसिटी का कागज लिया जा रहा है।


















