छत्तीसगढ़ - कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति पर उठने लगे सवाल, नियम विरुद्ध नियुक्ति का लगा आरोप
रायपुर 30 नवम्बर 2025 - कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की नई सूची जारी किए जाने के बाद संगठन सृजन अभियान पर सवाल उठने लगे हैं। सूची में कई ऐसे नाम शामिल किए गए हैं, जिन्हें वरिष्ठ नेताओं का पसंदीदा व करीबी माना जाता है। जबकि, अभियान शुरू होने के समय वरिष्ठों को दूर रखा गया था।
पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने सख्त हिदायत दी थी कि अभियान में वरिष्ठ नेता हस्तक्षेप नहीं करेंगे। संगठन सृजन अभियान का उद्देश्य नए और योग्य कार्यकर्ताओं को आगे लाना था, परंतु सूची में शामिल अधिकांश नाम पुराने समीकरणों और वरिष्ठ नेताओं की पसंद पर आधारित हैं। कई जिलों में ऐसे चेहरे जिलाध्यक्ष बने हैं जो लंबे समय से शीर्ष नेताओं के करीबी रहे हैं। इससे यह सवाल उठ रहा है कि यदि चयन पहले से तय था, तो अभियान चलाने की आवश्यकता ही क्या थी?
पार्टी के भीतर यह भी चर्चा है कि अभियान की बैठकों में वरिष्ठ नेताओं को शामिल न करना और फिर उनकी ही पसंद के नेताओं को पद देना, चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। हालांकि, पदाधिकारियों का कहना है कि सभी नियुक्तियां व्यापक विचार-विमर्श के बाद की गई हैं और संगठन को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक कदम है।
बता दे कि प्रदेश के सभी जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए 09 से 17 अक्टूबर तक संगठन सृजन अभियान चलाया गया था। और AICC ने सभी जिलों के लिए 17 पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे।


















