सक्ती - कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू पर FIR दर्ज होते ही भाजपा हुई हमलावर, KK चंद्रा ने की यह मांग
सक्ती 03 अक्टूबर 2025 - जैजैपुर के कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू पर FIR दर्ज होते ही भाजपा आक्रामक हो गई हैं। सक्ती जिला भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने जैजैपुर के विधायक बालेश्वर साहू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि विधायक बालेश्वर साहू ने किसानों की खून-पसीने की कमाई पर डाका डाला है। विधायक बालेश्वर साहू और उनके सहयोगी गौतम राठौर द्वारा फर्जी हस्ताक्षर, ब्लैंक चेक और बैंक दस्तावेजों का दुरुपयोग कर वर्ष 2015 से 2025 तक 42 लाख 78 हजार रुपये की अवैध निकासी की गई है।
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने कहा कि यह एक सुनियोजित अपराध और भ्रष्टाचार का चरम उदाहरण है। विधायक साहू ने ग्राम फरसापाली निवासी राजकुमार शर्मा, उनकी पत्नी रीता शर्मा और मां जैतिन शर्मा के नाम से संचालित बैंक खातों से छलपूर्वक रकम निकालकर किसानों को आर्थिक रूप से बर्बाद करने का कृत्य किया है। पुलिस की जांच में अपराध के तथ्य सामने आ चुके हैं, गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं और आगे की विवेचना में कई बड़े खुलासे होने बाकी हैं।
कृष्णकांत ने कहा कि यह वही कांग्रेस है जो किसानों की हितैषी होने का ढोंग करती है, लेकिन असल में उन्हीं किसानों की गाढ़ी कमाई लूटने वाले व्यक्ति को विधायक बनाकर बैठी है। यह कांग्रेस पार्टी की जन विरोधी मानसिकता और दोहरे चरित्र को उजागर करता है। कृष्ण कांत चंद्रा ने कहा कि विधायक बालेश्वर साहू का अपराधिक इतिहास किसी से छिपा नहीं है।
पिछले दिनों पड़ोसी से मारपीट के मामले में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। एक वर्ष पूर्व एक बुजुर्ग शंकर प्रसाद राठौर से कालर पकड़कर मारपीट करने का आरोप है, जिसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है।
दो-तीन साल पहले राजकुमार शर्मा के घर घुसकर साहू ने उनके परिवार से मारपीट की थी, जिसका सीसीटीवी सबूत मौजूद है और मामला न्यायालय में लंबित है। उन्होंने कहा, “ऐसे आपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्ति को कांग्रेस पार्टी ने विधायक बनाया हुआ है- यह कांग्रेस के लिए शर्मनाक है और किसानों के साथ विश्वासघात का प्रमाण है।
कृष्णकांत चंद्रा ने कहा कि कांग्रेस तत्काल बालेश्वर साहू को विधायक पद और पार्टी से निष्कासित करे। विधायक की शीघ्र गिरफ्तारी हो, क्योंकि अपने पद का दुरुपयोग कर वे सबूत नष्ट कर सकते हैं। पीड़ित किसानों को पूरा हर्जाना और न्याय दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन, ऋण पुस्तिकाएं और अन्य दस्तावेज़ भी बालेश्वर साहू ने छल-कपट से अपने पास रख लिए थे। जांच होने पर यह भी सामने आएगा कि अनेक किसानों के नाम पर फर्जी ऋण भी उठाया गया है।


















