सक्ती SP अंकिता शर्मा के एक नोटिस पर अमेजन आया बैकफुट पर , पत्र लिखकर दी सफाई
सक्ती 09 सितम्बर 2025 - ऑनलाइन चाकू की बिक्री के मामले में सक्ती पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस पर ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया बैकफुट पर आ गई है। सक्ती पुलिस ने चाकूबाजी से जुड़े एक मामले पर अमेजन इंडिया को नोटिस भेजकर पूछा था कि क्यों न आपको सह-आरोपी बनाया जाए? सक्ती पुलिस ने कई बिंदुओं पर जवाब तलब किया था।
सक्ती पुलिस की नोटिस के बाद अब अमेजन इंडिया ने अपना जवाब भेजते हुए यह आश्वासन दिया है कि वह पुलिस और जांच एजेंसियों की कार्रवाई में पूरा सहयोग करेगी। साथ ही पुलिस के दिए जाने वाले इनपुट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। कंपनी ने यह भी भरोसा दिलाया है कि आर्म्स एक्ट के अंतर्गत आने वाले हथियारों को उनकी वेबसाइट पर न तो लिस्ट किया जाएगा और न ही बेचा जाएगा। कंपनी ने विस्तृत जवाब के लिए सक्ती पुलिस से और वक्त दिए जाने की मांग की है।
बता दे कि सक्ती जिले की एसपी अंकिता शर्मा ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया को यह नोटिस भेजा था। इस नोटिस में उन्होंने प्रतिबंधित चाकू की बिक्री को जन सुरक्षा के लिए एक गंभीर विषय करार दिया था। उन्होंने शस्त्र अधिनियम के हवाले से कहा था कि अमेजन इंडिया अपनी ई-कामर्स वेबसाइट जो चाकू बेच रहा है, वह निषिद्ध शस्त्र की श्रेणी में आता है।
SP अंकिता शर्मा ने नोटिस में कहा था कि ”कोई भी व्यक्ति बिना विधि अनुसार प्राप्त लाइसेंस के शस्त्र या गोला-बारूद का उपयोग, निर्माण, प्राप्ति, बिक्री, हस्तांतरण, मरम्मत, परीक्षण या बिक्री के लिए भंडारण नहीं कर सकता”. इस आधार पर ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया या उसके निदेशक के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई का प्रावधान बनता है, क्योंकि अमेजन इंडिया न केवल ऐसे प्रतिबंधित शस्त्रों की बिक्री कर रहा है, बल्कि विक्रेताओं और वेयरहाउस के माध्यम से उन्हें भंडारित भी करता है।
SP अंकिता शर्मा द्वारा जारी नोटिस में कहा गया था कि इस प्रकार की लापरवाही से प्रतीत होता है कि अमेजन इंडिया अपनी सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारियों से बच रहा है तथा समाज के प्रति गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है। सक्ती पुलिस ने नोटिस में यह भी लिखा था कि अमेजन इंडिया अब अपराधों को बढ़ावा देने वाला डोर-स्टेप डिलीवरी प्लेटफॉर्म बनता जा रहा है।
सक्ती पुलिस के नोटिस के जवाब में ई-कामर्स कंपनी अमेजन इंडिया ने कहा है कि वह कानून का पालन करने वाली कंपनी है। कंपनी ने आश्वासन दिया है कि वह पुलिस और जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करती रहेगी। पुलिस जो भी विशेष इनपुट देगी उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। कंपनी हर संभव मदद करेगी, ताकि यह सुनिश्चित हो कि आर्म्स एक्ट के अंतर्गत आने वाले हथियारों को उनकी वेबसाइट पर न तो लिस्ट किया जाए, न बेचा जाए और न ही डिलीवर किया जाए।

















