अडानी के एक फैसले से बर्बाद हो जाएगा बांग्लादेश , अडानी के फैसले पर टिकी दुनिया की निगाहें , जाने क्या है मामला
नई दिल्ली , 2024-08-24 01:07:20
नई दिल्ली 24 अगस्त 2024 - तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका हैं। नोबेल प्राइज विजेता मुहम्मद युसूफ को देश की अगुवाई का जिम्मा सौंपा गया हैं। अंतरिम पीएम युसूफ ने भरोसा दिया हैं कि वह देश को हिंसा और अराजकता से दूर शान्ति की राह पर लेकर जायेंगे। नए पीएम ने देश में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।
बहरहाल हम बात कर रहे हैं एशिया के सबसे धनी कारोबारी गौतम अडानी और बांग्लादेश के बीचे के रिश्तें की। दरअसल अडानी पावर बांग्लादेश को बिजली की सप्लाई करती है। बांग्लादेश पर अडानी पावर का 80 करोड़ डॉलर (करीब 6711 करोड़ रुपये) बकाया है।
बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद अडानी की यह रकम फंस गई है। जानकारों के मुताबिक अगर बांग्लादेश इस रकम का पेमेंट नहीं करता है तो कंपनी बांग्लादेश को बिजली की सप्लाई रोक सकती है। ऐसे में बांग्लादेश के सामने अंधेरे में डूबने का संकट पैदा हो जाएगा। अब गौतम अडानी के नेतृत्व वाली कंपनी बांग्लादेश पर इस रकम का भुगतान करने का दबाव बना रही है।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाने के लिए हुए हिंसक प्रदर्शन में बाद बनी अंतरिम सरकार को इस मसले की पूरी जानकारी है. बांग्लादेश बैंक के नए गवर्नर अहसान एच मंसूर ने कहा है कि अगर हम अडानी पावर को यह रकम नहीं चुकाते हैं तो वो हमें बिजली देना बंद कर देंगे।
बता दे कि बांग्लादेश को यह बिजली सप्लाई अडानी पावर के झारखंड स्थित गोड्डा जिले में स्थित प्लांट से की जाती है. गवर्नर अहसान एच मंसूर ने ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में बताया कि अंतरिम सरकार इस मसले के समाधान के लिए प्रयासरत है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि फिलहाल अडानी पावर की बिजली काटने की कोई योजना नहीं है. वह सरकार से वार्ता कर रही है. मगर, कर्जदारों और कोयला सप्लाई करने वालों ने अगर कंपनी पर दबाव बनाया तो उसे कड़े कदम भी उठाने पड़ सकते हैं।