विश्व महिला दिवस विशेष IPS अंकिता शर्मा - सरकारी स्कूल से पढ़ीं , UPSC में 2 बार हुईं फेल , नहीं मानी हार और बन गईं IPS
सक्ती , 08-03-2024 7:59:45 AM
सक्ती 08 मार्च 02024 - विश्व महिला दिवस के अवसर पर हम बताने जा रहे एक ऐसे महिला के बारे जो सरकारी स्कूल से पढ़ीं , UPSC में 2 बार हुईं फेल लेकिन नहीं मानी हार और बन गईं IPS हम बात कर रहे सक्ती जिले की पुलिस कप्तान IPS अंकिता शर्मा की जिसके नाम से गुंडे बदमाश ही नही बल्कि नक्सली भी थरथर कांपते है।
UPSC क्रैक करने के लिए काबिलियत के साथ-साथ हार न मानने का जज्बा भी होना चाहिए. ऐसी ही एक जांबाज महिला अधिकारी है अंकिता शर्मा जिन्होंने कड़ी मेहनत से IPS बनने तक का सफर किया है. उनकी बहादुरी के किस्से आज देश भर में मशहूर हैं. पढ़ें उनके हौसले की पूरी कहानी..
छत्तीसगढ़ कैडर की 2018 बैच की IPS अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता एक कारोबारी हैं, वहीं उनकी मां गृहिणी हैं. अंकिता शर्मा की शुरूआती पढ़ाई-लिखाई सरकारी स्कूल से हुई है।
ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन में MBA किया. इसके बाद वह सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गईं. आम एस्पिरेंट्स की तरह वह भी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली गईं, लेकिन उनका वहां मन नहीं लगा. 6 महीने में ही वह दिल्ली छोड़कर अपने घर वापस आ गईं और वहीं से परीक्षा की तैयारी करने की ठानी।
UPSC परीक्षा का उनका सफर आसान नहीं रहा. पहले प्रयास में उन्होंने प्रीलिम्स तो क्लियर किया, लेकिन मेन्स में 15 नंबर से रह गईं. इसके बाद दूसरी बार में तो वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं. दो बार की लगातार असफलता से अंकिता हताश नहीं हुईं, बल्कि अपनी गलतियों से सीखकर ज्यादा मेहनत की और तीसरी बार में परीक्षा क्लियर कर ली।
उन्होंने UPSC 2018 की परीक्षा में 1035 अंको के साथ 203 रैंक हासिल की थी उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर में IPS रैंक आवंटित हुई थी. इसके साथ वह राज्य की पहली महिला IPS अधिकारी बनी थीं. वर्तमान में वह सक्ती जिले में बतौर एसपी तैनात हैं।
इसके अलावा अंकिता को नक्सल प्रभावित इलाकों में एंटी नक्सली ऑपरेशन का इंचार्ज भी बनाया गया. इस दौरान उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं. उनकी जांबाजी के किस्से देशभर में मशहूर हैं. बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन भी उनकी बहादुरी की तारीफ कर चुकी हैं. अंकिता बताती हैं कि वह किरण बेदी को अपना रोल मॉडल मानती हैं।
अंकिता शर्मा का जन्म 25 अप्रैल 1990 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में हुवा था| इनकी उम्र 32 साल (2022 तक) है. यह छत्तीसगढ़ कैडर की एक IPS अधिकारी है। ये UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं और आदिवासी बच्चों को पढ़ाने तथा ऑपरेशन बस्तर को लेकर काफी चर्चा में रहती है|
अंकिता शर्मा के पिताजी का नाम राकेश शर्मा है और मामाजी का नाम सविता शर्मा है अंकिता के तीन भाई बहन है अंकिता के पति का नाम विवेकानंद शुक्ला है जो की भारतीय सेना के कप्तान है| अंकिता तीनों बहनों में सबसे बड़ी है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले पर नक्सलवादियों का काफी बुरा प्रभाव है जिसके कारण छत्तीसगढ़ की पुलिस ने बस्तर जिले से नक्सलवादियों को खत्म करने के लिए ऑपरेशन बस्तर चलाया जिसकी कमान अंकिता शर्मा को सोंपी गयी| अंकिता ने अपने इस काम को बखूबी निभाया काफी नक्सलवादियों को मार गिराया| ऑपरेशन बस्तर के विषय पर अंकिता काफी चर्चा में आयी|
अंकिता शर्मा सप्ताह में एक दिन का खाली समय निकालकर UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं को पढ़ाती है उनका कहना है की जब वह खुद UPSC की तैयारी कर रही थी उस समय उनको UPSC के बारे में बताने वाला कोई भी नहीं था इसलिए उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था| वह चाहती है की किसी को भी इसी समस्या ना आये जिसके कारण उन्होंने UPSC की तैयारी करने वाले युवाओं को फ्री में पढ़ाना शुरू किया| इसके साथ अंकिता शर्मा आदिवासी बच्चों को भी पढ़ाती है|
अंकिता शर्मा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर काफी एक्टिव रहती है| इनके इंस्टाग्राम पर 420 हजार से भी ज्यादा , फेसबुक पर 27 हजार से भी ज्यादा और ट्विटर पर 210 हजार से भी ज्यादा फॉलोवर्स है।


















