सक्ती के सटोरियों को हुआ 'को रो ना' , कई होम आइसोलेशन में तो कई कोविड सेंटर में हुए भर्ती , सभी का ईलाज जारी
सक्ती , 21-02-2024 7:20:52 AM
सक्ती 21 फरवरी 2024 - सक्ती के सटोरियों को " को रो ना " खबर का शीर्षक देख कर आप सोच रहे होंगे कि कोरोना तो देश से खत्म हो गया है फिर सक्ती के सटोरियों में बीमारी कैसे फैल गई दरअसल हम कोविड-19 वाली कोरोना महामारी की बात नही कर रहे है बल्कि उस " को रो ना " की बात कर रहे है जिसका मतलब को यानी कोई , रो यानी रोको और ना यानी नही है।
कुछ महीने तक सक्ती के सटोरिये कहते फिरते थे कोई रोको ना ( को रो ना ) लेकिन अब इस " को रो ना " का वैक्सीन ईजाद हो चुका है और अब पुलिस चुन-चुन कर " को रो ना " संक्रमितों ( सटोरियों ) को वैक्सीन लगा रही है। डर से अब कुछ सटोरिये या तो होम आइसोलेशन (अंडरग्राउंड) में है या फिर कोविड सेंटर (जेल) पँहुच गए है।
अब ये " को रो ना " संक्रमित पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज होंगे और डिस्चार्ज होने के बाद इनसे संक्रमण फैलने की संभावना नही के बराबर होगी क्योंकि होम आइसोलेशन या कोविड सेंटर से बाहर निकलते ही सक्ती पुलिस बूस्टर डोज लगाने के लिए तैयार बैठी होगी ये जैसे ही संक्रमण फैलाने की कोशिश करेंगे सक्ती पुलिस इन्हें बूस्टर डोज लगा देगी।
फिर भी आप इनसे सावधान रहे और शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहे ना जाने कब इसका नया वैरिएंट आ जाय और आपको फिर से गिरफ्त में जकड़ ले।


















