छत्तीसगढ़ - 2018 में चुनाव हारे कांग्रेस प्रत्यासियो को मिली संजीवनी , प्रदेश प्रभारी के इस बयान के बाद जगी उम्मीद
रायपुर , 15-09-2023 3:32:17 AM
रायपुर 14 सितंबर 2023 - पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रवींद्र चौबे ने पार्टी की योजना साझा करते हुए बताया था कि हारी हुई सीटों पर वह प्रत्याशियों को रिपीट नहीं करेंगे। मंत्री रविन्द्र चौबे के इस बयान के बाद उन नेताओं में निराशा छा गई थी जो पिछली बार हार गए थे और इस बार फिर से आवेदन कर टिकट के कतार में खड़े हुए है।
हालांकि अब राज्य कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा ने मंत्री रविंद्र चौबे के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया है कि पार्टी की ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने मंत्री रविन्द्र चौबे के बयान पर कहा कि यह समझ का फेर है लेकिन पार्टी ने ऐसा कुछ नहीं सोचा है। अब कुमारी शैलजा के बयान के बाद साफ़ हो गया है कि 2018 में हारे हुए कांग्रेस नेताओं की उम्मीदे जिन्दा है।
दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जिन सीटो पर हार का सामना करना पड़ा था उनमे रामपुर , मरवाही , कोटा , लोरमी , मुंगेली , बिल्हा , बेलतरा , मस्तूरी , अकलतरा , जांजगीर-चाम्पा , जैजैपुर , पामगढ़ , बलौदाबाजार , भाटापारा , रायपुर (दक्षिण) , बिंद्रा नवागढ़ , कुरुद , धमतरी , वैशाली नगर , खैरागढ़ , राजनांदगांव और दंतेवाड़ा की सीट शामिल है। हालाँकि इसके बाद हुए ज्यादातर उपचुनावों में उन्हें जीत मिली। मसलन मरवाही और दंतेवाड़ा में।


















