कोरोना में अंतिम संस्कार करना तो दूर अस्थियां लेने भी नहीं आए परिजन , नाम और पता भी निकले फर्जी
मध्य प्रदेश , 12-09-2023 5:55:44 AM
ग्वालियर 12 सितंबर 2023 - कोरोना को ऐसे ही आपदा या महामारी नहीं कहा जा रहा है। कोरोना के चलते लोगों ने अपनों को पराया कर दिया है। एक सैकड़ा से अधिक मामले ऐसे हैं, जिनमें कोविड से मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार करना तो दूर परिजन अपनो की अस्थियां तक लेने नहीं आए हैं। इतना ही नहीं, अस्पताल में भर्ती करते समय जो नाम-पता लिखवाया था, वह भी फर्जी निकले।
लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में एक साल में एक सैकड़ा से अधिक अस्थियां स्टोर में जमा हो गई हैं। इन अस्थियों को अब अपनों का इंतजार है, जो आकर इन्हें मुक्ति दिलाए पर ऐसा हो नहीं रहा है। अब नगर निगम इस मामले में पहल करने जा रहा है। आने वाले गंगा दशहरा को इन अस्थियों को विधि विधान से गंगा में विसर्जन करने की योजना है।
कोविड संक्रमित बॉडी का अंतिम संस्कार का जिम्मा नगर निगम के पास था। निगम अधिकारियों की माने तो कोरोना काल में 100 से ज्यादा लावारिस कोविड संक्रमित बॉडी का अंतिम संस्कार यहां हुआ है, जिनकी अस्थियां तक उठाने परिजन नहीं आए हैं। इसे कोविड के कारण अपनों से मुंह मोड़ना कहें या दहशत, लेकिन यह 100 लोग अभी तक अपनी मुक्ति के लिए भटक रहे हैं।
पिछले कुछ समय में ऐसा हुआ है कि कोविड आने के बाद रिश्तेदार ऐसे बुजुर्ग महिला या पुरुष को अस्पताल में भर्ती तो करा जाते थे लेकिन उनकी खैर खबर नहीं लेते। भर्ती कराते समय रिश्तेदारों के नाम व पते जो दर्ज कराए गए थे वह भी फर्जी थे, क्योंकि कभी इन नंबर पर या पते पर संपर्क भी किया गया तो वहां इस नाम का कोई था ही नहीं।


















