सक्ती में दावेदारों की भरमार , अपने ही उतरे विरोध में , कठिन हुई डॉ महंत की डगर , कैसे पार होगी नैय्या
सक्ती , 27-08-2023 1:23:16 AM
सक्ती 27 अगस्त 2023 - सक्ती विधानसभा से इस बार टिकट के चाहने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है , कांग्रेस टिकिट की मांग कर विधायक बनने की इच्छा रखने वालो में अधिकतर लोग डॉ महंत समर्थक ही है जो महंत के बजाय खुद विधायक बनकर क्षेत्र की सेवा करना चाहते हैं।
बता दे कि सक्ती विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के बाद डॉ महंत विधानसभा अध्यक्ष भी बन गए इतना ही नहीं बल्कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने न केवल चरण दास महंत को विधानसभा अध्यक्ष बनवाया बल्कि सक्ती को अलग जिला बनाकर एक नई सौगात दी इसके बाद भी इस क्षेत्र के अधिकतर राजनेता डॉ महंत के नेतृत्व को अब स्वीकारना नहीं चाहते है।
जब 15 वर्ष भाजपा शासन काल के बाद डॉ चरणदास महंत को सक्ती विधानसभा से चुनाव लडऩे का मौका मिला तब वह सिर्फ 30 हजार मतों से जीत पाए थे लेकिन आज इसकी स्थिति ठीक इसके विपरीत है यहां डॉ महंत के विरोध में अनेक राजनेता न केवल चुनाव लडऩा चाह रहे हैं बल्कि उनके चुनाव लडऩे पर उन्हें हराने के लिए खार खाए बैठे हैं।
सक्ती विधानसभा से उनके सबसे चहेते माने जाने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनहरण राठौर तथा राजा धर्मेंद्र सिंह , राजेश राठौर , दीपक दुबे , दिनेश दुबे , अमित राठौर , श्रवण सिदार , सोमेंद्र सिंह , उषा राठौर , जितेंद्र चौहान , पूर्व विधायक सरोजा मनहरण राठौर , गोकुल चंद्रा ने भी टिकिट के लिए आवेदन दिया है।
सक्ती के वरिष्ठ कांग्रेस नेता देवेंद्रनाथ अग्निहोत्री भी डॉ चरण दास महंत के घोर विरोधी नेताओं में गिने जाते हैं जिनका उद्देश्य केवल जनता के हितों के लिए रहा है और वह कभी समझौता पर विश्वास नहीं करते ऐसे नेता के विरोध में होने से डॉ महंत इस बार चुनाव कैसे जीत पाएंगे यह समझ से परे है।
जानकारों के मुताबिक प्रदेश के बड़े नेता होने के बावजूद उनके अपने क्षेत्र में इतने तादात में टिकट के दावेदार कांग्रेस में होना डॉ. चरणदास महंत के लिए शुभ संकेत नहीं है।


















