सक्ती विधानसभा सीट से डॉ महंत का मोह हुआ भंग ??? , इस बार सक्ती से नही लड़ेंगे चुनाव ???
सक्ती , 10-08-2023 7:02:21 PM
सक्ती 10 अगस्त 2023 - नेताओं के हर एक गतिविधियों पर उनके कार्यकर्ताओं की नजर जरूर रहती है. नेता कहां आ रहे हैं कहां जा रहे हैं, किनसे मिल रहे हैं हर एक मिनट की जानकारी कार्यकर्ताओं को होती है। 09 अगस्त को छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया।
जिला मुख्यालय सक्ती और चाम्पा में भी आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया था इस बीच सक्ती विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत अपने निर्वाचन क्षेत्र सक्ती को छोड़कर जांजगीर चांपा विधानसभा में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में शामिल होकर सब को चौका दिया। यह किसी के दिमाग से नहीं उतर पा रहा है कि अपना विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दूसरे विधानसभा में डॉक्टर चरण दास महंत विश्व आदिवासी कार्यक्रम क्यो शामिल हुए।
आखिर क्या वजह रही होगी कि डॉ चरणदास महंत अपने निर्वाचन छोड़कर क्षेत्र को छोड़कर जांजगीर विधानसभा में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए. चुनावी मौसम में सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र के ही जनता को रिझाया जाए , हर सुख दुख में उनके साथ बैठकर उनकी बात को सुना जाय. लेकिन ऐसा ना कर डॉ. महंत ने जांजगीर चाम्पा विधानसभा में आयोजित आदिवासी सम्मेलन शामिल होना सही समझा।
कार्यकर्ता और जनता ने इसके कई मायने निकालने शुरू कर दिए है अब वे इसे आगामी विधानसभा चुनाव को भी जोड़ कर देखने लगे है. क़यास लगाया जा रहा है कि इस बार डॉ. महंत का रुख सक्ती के बजाय जांजगीर चाम्पा विधानसभा को ओर टिकी हुई है और हो सकता है इस बार वे सक्ती विधानसभा को छोड़कर जांजगीर चाम्पा विधानसभा से 2023 का चुनाव लड़े।
सक्ती विधानसभा में आदिवासी वोट बैंक दो भागों में बटा हुआ है. एक गुट वरिष्ठ कांग्रेसी पूर्व मंत्री राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के साथ में है तो दूसरा गुट डॉ चरणदास महंत के साथ है जिसको लेकर दोनों नेताओं में हमेशा शक्ति प्रदर्शन होते रहता है।
बता दें की सक्ति विधानसभा में आदिवासी वोटरों की संख्या भी 08 से 10 हजार है जो विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। अब देखना होगा कि सक्ती क्षेत्र के आदिवासी वोट बैंक को मौजूदा विधायक कैसे अपनी और खींच पाते हैं।



















