सक्ती नगर बन्द का कितना रहा असर , क्या दुकाने खुली या फिर बन्द रही , पढ़े पूरी खबर
सक्ती , 09-06-2022 10:03:18 PM
सक्ती 09 जून 2022 - सालो बाद ऐसा देखने को मिला है कि किसी के एक आह्वान में ब्यापारियों ने बिना किसी दबाब के अपनी अपनी प्रतिष्ठानें बन्द कर सक्ती नगर बन्द आन्दोलन को सफल बनाया गुरुवार की सुबह से शहर की एक भी दुकानों का शटर नही खुला।
गुरुवार का यह नजारा कोरोना काल की लॉकडाउन की याद को ताजा कर दिया लेकिन कुछ दुकानदार ऐसे भी थे जो कोरोना काल के लॉकडाउन में भी चोरी छिपे दुकानों को खोल कर या फिर पिछले दरवाजे से सामानों की बिक्री कर रहे थे लेकिन आज के इस महाबन्द मे दवाई दुकानों को छोड़ कर एक भी दुकान नही खुली।
सक्ती के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब किसी के एक आह्वान पर ब्यापारियों ने अपनी मर्जी से दुकानों को बन्द रखा , पहली बार आज से लगभग 7 से 8 साल पहले गोंडवाना एक्सप्रेस की स्टापेज को लेकर नगर बन्द का आह्वान किया गया था जो पूरी तरह सफल रहा उसके बाद आज गुरुवार को सक्ती शहर में जिला मुख्यालय बनाए जाने की मांग को लेकर नगर बन्द का आह्वान किया गया था जो पूरी तरह से सफल रहा।
इस 7 से 8 साल के दौरान कई बार नगर बन्द का आह्वान किया जा चुका है लेकिन वो सफल नही रहा आज के इस नगर बन्द को देख कर साफ पता चलता है की पूरे सक्ती शहर की जनता सक्ती शहर के भीतर ही जिला मुख्यालय बनाने के पक्ष में है।
अब लोगो के इस विरोध का प्रसासन पर क्या असर पड़ता है ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन यह तो स्पस्ट है की जिस तरह सक्ती जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा ने सक्ती को जिला का दर्जा दिला कर ही दम लिया उसी तरह अब जिला मुख्यालय की लड़ाई है जो मोर्चा को लड़नी है।


















