आज शाम एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री , अनलॉक 2 को लेकर कर सकते है बड़ा एलान ,,
देश , 2020-06-30 08:19:10
नई दिल्ली 30 जून 2020 - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम चार बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बताया की मंगलवार की शाम चार बजे प्राईम मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी देश को सम्बोधित करेंगे ।
सुत्रों के मुताबिक पीएम नरेन्द्र मोदी अनलॉक 2 को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-2 को लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी है 01 जुलाई से शुरू हो रहा अनलॉक-2 पूरे महीने यानी कि 31 जुलाई तक लागू रहेगा. अनलॉक-2 में कोरोना वायरस से प्रभावित कंटेनमेंट जोन्स को छोड़कर बाकी इलाकों में अत्यधिक गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत मिल गई है. कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा.
नई गाइडलाइंस को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से फीड बैक लेने के बाद तैयार किया गया है. साथ ही इसे लेकर संबंधित मंत्रालयों और विभागों से भी बातचीत की गई है ।
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार देशभर के स्कूल-कॉलेज 31 जुलाई तक बंद रहेंगे. इसके अलावा मेट्रो रेल, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल आदि भी 31 जुलाई तक बंद रखने का फैसला लिया है.
अनलॉक-2 के लिए जारी गाइडलाइवन के अनुसार देशभर में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा. इस दौरान केवल आवश्यक सेवाओं के लिए ही छूट दी जाएगी.अनलॉक-2 में इंडस्ट्रियल यूनिट, राष्ट्रीय और प्रादेशिक हाइवे पर लोगों की आवाजाही और माल की ढुलाई, कारगो के लोडिंग और अनलोडिंग, बस, ट्रेन, प्लेन से उतरने के बाद लोगों का अपने गंतव्य की ओर जाने को लेकर भी रात्रि कर्फ्यू में छूट दी गई है.
दुकानों में 5 लोग से ज्यादा भी इकट्ठा हो सकते हैं. हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. 15 जुलाई से केंद्र और राज्य सरकारों की ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट शुरू हो सकेंगी. इसके लिए सरकार की ओर से SOP जारी की जाएगी.अनलॉक-1 की समयसीमा 30 जून को समाप्त हो रही है. मालूम हो कि अनलॉक-1 के तहत 8 जून से कंटेनमेंट जोन्स को छोड़कर अन्य इलाकों में कई तरह की गतिविधियों के लिए रियायत मिली थी.
अनलॉक-1 में धार्मिक स्थल, सार्वजनिक पूजा स्थल, होटल, रेस्तरां और शॉपिंग मॉल्स को खोलने की इजाजत मिल गई थी. ये रियायतें अनलॉक-2 में भी जारी रहेंगी.कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच घरेलू उड़ानें और पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही पहले ही एक सीमित दायरे में शुरू हो चुकी है. इन जरूरी सेवाओं में आगे चलकर और रियायतें दी जा सकती है