रतनपुर के महामाया देवी ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से 27 लाख 19 हजार 626 रुपये आहरित , पुलिस जाँच में जुटी
बिलासपुर , 2021-03-18 23:29:56
बिलासपुर 18 मार्च 2021 - भारतीय स्टेट बैंक रतनपुर शाखा में स्थित महामाया देवी ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से 27 लाख 19 हजार 626 रुपये आहरण कर लिया गया है। मामला सामने आने पर ट्रस्टियों में हड़कंप मच गया है। इस मामले की शिकायत पुलिस के साथ ही बैंक से भी की गई है। प्रारंभिक जांच में मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित एसबीआइ से रकम निकलने की बात सामने आई है।
महामाया मंदिर का संचालन के लिए ट्रस्ट का गठन किया गया है। यहां श्रद्घालुओं के दान से एकत्र राशि को बैंक जमा किया जाता है। अध्यक्ष व मैनेजिंग ट्रस्टी के संयुक्त हस्ताक्षर से भुगतान होता है। मंदिर के ट्रस्टी प्रत्येक 15 दिनों में खाते से स्टेटमेंट निकालकर परीक्षण करते हैं।
बीते 16 मार्च को ट्रस्टियों ने बैंक से स्टेटमेंट निकालकर मिलान किया, तब उनके होश उड़ गए। दरअसल स्टेटमेंट में 27 लाख 19 हजार 626 रुपये चेक के माध्यम से आहरण होने का उल्लेख था। ट्रस्टियों ने चेक का मिलान किया तो इस नंबर का चेक ही नहीं था। बैंक ने 26 फरवरी से 16 मार्च के बीच छह चेक से रकम आहरण किया है। उसे ट्रस्ट ने किसी को दिया ही नहीं है।
मामला सामने पर हड़बड़ाए मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोंथलिया ने अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर सहित अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी दी। फिर उन्होंने बैंक से जानकारी जुटाई और भारतीय स्टेट बैंक के रीजनल मैनेजर संदीप प्रकाश से शिकायत की।
इसके साथ ही इस मामले की शिकायत एसपी प्रशांत अग्रवाल व रतनपुर थाने में भी गई। इधर बैंक ने इतनी बड़ी राशि आहरण होने पर हैरानी जताते हुए ट्रस्टियों से अपनी गलती स्वीकार की है। साथ ही ट्रस्ट की राशि वापस करने की बात भी कही है।
ट्रस्टियों ने बैंक से जानकारी ली तब बताया गया कि मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित बैंक आफ बड़ौदा के माध्यम से भारतीय स्टेट बैंक भोपाल में चेक जमा हुआ है और उसी माध्यम से राशि आहरित की गई है। बैंक व पुलिस अधिकारियों ने क्लोन चेक से राशि आहरण होने की बात कही है। इस मामले की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है।
मामले की शिकायत बैंक व पुलिस से की गई है। बैंक के रीजनल मैनेजर ने गलती स्वीकार करते हुए ट्रस्ट को रकम लौटाने की बात कही है।