25 हजार का रिश्वत लेते उप जेल का आरक्षक गिरफ्तार , बंदी को सुविधा देने के नाम पर मांगी थी रिश्वत , जेलर से भी हो रही है पूछताछ
मध्य प्रदेश , 2021-03-01 15:36:11
इंदौर, महू 01 मार्च 2021 - उपजेल में आबकारी एक्ट के तहत बंद एक कैदी दिलीप चौकसे को सुविधा देने के नाम पर पच्चीस हजार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एक संतरी को इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है।
संतरी का नाम अजेंद्र सिंह राठौर है। जो जेलर बृजेश मकवाना के नाम पर आरोपी को सुविधाएं देने और मुलाकात करवाने को लेकर पच्चीस हजार रुपये की रिश्वत कैदी के परिजनों से ले रहा था। कैदी के परिजनों ने इस मामले की जानकारी अपने एक दोस्त जितेंद्र सोलंकी को दी। जिन्होंने लोकायुक्त से संपर्क किया।
लोकायुक्त ने अपनी योजना के अनुसार जितेंद्र सोलंकी को रिश्वत देने के लिये उपजेल भेजा। जिस पर संतरी ने सफाई कर्मी मनीष बाली को पच्चीस हजार रुपये और दो सौ रुपये अधिक देने की बात कही। इसके बाद सोलंकी ने मनीष बाली को पैसे दिये।
इस पर लोकायुक्त ने पहले मनीष बाली को पकड़ा और उस पर दबाव डाला कि जिसे भी पैसे देने है उसे दे दे वर्ना मनीष के खिलाफ ही पूरा केस बनेगा। इसके बाद मनीष ने जेल के बाहर ही मेन गेट पर संतरी अजेंद्र राठौर को पैसे दे दिए और तुरंत ही वहां मौजूद लोकायुक्त की टीम ने दोनों को पकड़ लिया। अंदर ले जाकर दोनों के हाथ धुलवाए जिसमें नोटों पर लगा रंग भी निकला। पूछताछ में अजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि यह राशि जेलर मकवाना को देनी थी। जिसके बदले में मुलाकात करवाने, अच्छा खाना देने औऱ जेल में मारपीट न करने की बात की गई थी।
लोकायुक्त पुलिस अपने साथ जेलर को भी किशनगंज थाने लेकर पहुंची और यहां प्रकरण दर्ज कर कार्यावाही जारी है। लोकायुक्त की ओर से डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल, टीआई सुनील उईके, आरक्षक पवन पटोरिया, कमलेश परिहार, आशीष नायडू, विजय सैलारे, शेर सिंह ठाकुर का योगदान रहा।