बिलासपुर रेल हादसे में हुआ बड़ा खुलासा, इस वजह से गई 12 यात्रियों की जाने, जांच रिपोर्ट हुई सार्वजनिक
बिलासपुर 10 दिसम्बर 2025 - बिलासपुर के लालखदान में हुए भीषण रेल हादसे को लेकर रेल सुरक्षा आयुक्त (CRS) ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट में इस दुर्घटना का मुख्य कारण अप्रशिक्षित और साइको टेस्ट में फेल चालक को यात्री ट्रेन की जिम्मेदारी सौंपना बताया गया है। इस रिपोर्ट सामने आने के बाद अब संबंधित अधिकारियों पर किसी भी समय कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
गौरतलब है कि यह हादसा चार नवंबर को हुआ था, जब कोरबा - बिलासपुर लोकल मेमू अप लाइन पर खड़ी कोयला लोड मालगाड़ी से जाकर भिड़ गई थी टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं और 12 यात्रियों की मौत हो गई थी साथ ही 20 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इस पूरे प्रकरण की जांच नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन दक्षिण पूर्व सर्किल कोलकाता के रेल सुरक्षा आयुक्त बी.के. मिश्रा को सौंपी गई थी। हादसे के बाद मिश्रा तीन दिनों तक स्थल निरीक्षण पर रहे। उन्होंने इलेक्ट्रिकल ओपी, इलेक्ट्रिकल, एसएंडटी, मैकेनिकल, सीएंडडब्ल्यू और अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से विस्तृत पूछताछ की। आगे की जांच के लिए उन्होंने दस्तावेज़ों और तकनीकी रिपोर्टों का भी गहन अध्ययन किया।
इसके बाद मिश्रा ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सोमवार की रात दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) जोन मुख्यालय और बिलासपुर डिवीजन को भेज दी है। रिपोर्ट में यह साफ कहा गया है कि हादसा पूरी तरह से रेल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा था। विभाग ने चालक को साइकोलॉजिकल टेस्ट में पास न होने के बावजूद यात्री ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी थी, जबकि नियमों के अनुसार केवल साइको टेस्ट में सफल चालक को ही ऐसी ट्रेन की कमान दी जानी चाहिए।


















