सक्ती - तनख्वाह से नही बल्कि जंगल से भर रही है वन विभाग के अधिकारियों की झोली
सक्ती 25 नवम्बर 2025 - तनख्वाह से नही बल्कि जंगल से भर रही है वन विभाग के अधिकारियों की झोली यह शीर्षक पढ़ कर आपको आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन सच्चाई यही है। सक्ती के रिषभतीर्थ ( दमाऊधारा) में बेतहाशा कीमती लकड़ियों की कटाई हो रही है. सक्ती में जामवंत परियोजना ने दम तोड़ दिया है. भालू और हाथी लगातार गांवों में घुस कर उत्पात मचा रहे है लेकिन यह वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को नजर नही आ रहा है क्योंकि उन्हें तो नजर से नही "नजराना" से मतलब है।
ये सिर्फ आरोप नही बल्कि हकीकत है आप किसी भी सक्ती वन परिक्षेत्र के गांव में चले जाइये हकीकत आपके सामने आ जायेगी। कहने को तो सक्ती में वन विभाग के SDO और रेंजर बैठते है लेकिन ये कौन है और कंहा मिलते है.इनके मोबाईल नंबर क्या है इसकी जानकारी किसी को भी नही है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों के पास लकड़ी तस्कर और अवैध आरामिल संचालक का नंबर जरूर मिल जाएगा।
इस खबर की गहराई में जाय उससे पहले यह बता दे कि आज से कुछ साल पहले नंदेली भांठा के फारेस्ट स्कूल में वन विभाग के एक संविदा कर्मी के द्वारा सेक्स रैकेट संचालित किया जा रहा था. कैम्पस के भीतर रोज नई कॉलगर्ल आती और ग्राहकों के साथ खेलकूद कर चली जाती इस बात की जानकारी उच्च अधिकारियों को भी नही थी और इसका खुलासा cgwebnews.in ने किया था जिसके बाद आननफानन में उक्त संविदाकर्मी को हटा दिया गया था।
इस बात से आप बखूबी अंदाजा लगा सकते है कि वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कितनी मुश्तैदी से काम कर रहे है।
इस खबर पर लगातार अपडेट जारी रहेगी..


















