बिलासपुर रेल हादसे की मुख्य वजह आई सामने, इस गलती की वजह से गई 11 यात्रियों की जान
बिलासपुर 07 नवम्बर 2025 - बिलासपुर रेल हादसा मामले में बुधवार को जॉइंट फाइंडिंग की रिपोर्ट सामने आ गई। सूत्रों के अनुसार सुपरवाइजरी जांच रिपोर्ट में प्राथमिक तौर पर ट्रेन के क्रू मेंबर्स को हादसे के लिए जिम्मेदार पाया गया है। लोकल ट्रेन के क्रू मेंबर ने डेंजर सिग्नल को क्रॉस किया था। इसके अलावा हादसे की जांच के लिए कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) स्तर की जांच कमेटी बनाई गई है, यानी रेल संरक्षा आयुक्त पूरे मामले की जांच करेंगे, उसके बाद ही पूरी वस्तु स्थिति का पता लग सकेगा। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दुर्घटना गटौरा और बिलासपुर के बीच सिग्नल या लाइन-स्विचिंग से जुड़ी तकनीकी त्रुटि भी हो सकती है।
यह दुर्घटना मंगलवार शाम लगभग चार बजे उस वक्त हुई थी, जब रेड सिग्नल पार करने के बाद एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) पैसेंजर ट्रेन पटरी पर खड़ी एक अन्य मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में छह महिलाओं सहित 11 लोगों की मौत हुई है और 20 अन्य घायल हुए हैं।
यह हादसा मुंबई-हावड़ा रेल खंड पर बिलासपुर और गटौरा रेलवे स्टेशनों के बीच उस वक्त हुआ था, जब पैसेंजर ट्रेन (कोरबा जिले के) गेवरा से बिलासपुर जा रही थी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘मेमू ट्रेन लाल सिग्नल को पार करते हुए 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ी से टकरा गई। यह जांच की जा रही है कि मोटरमेन ने सिग्नल की अनदेखी क्यों की और समय पर आपात ब्रेक क्यों नहीं लगाया, जबकि मालगाड़ी दिखाई दे रही थी।’


















