छत्तीसगढ़ - उल्टा तिरंगा लगे वाहन में बैठकर स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लेने पँहुचे कलेक्टर और SP , कार्यवाही की उठी मांग
कोरबा 14 अगस्त 2025 - कोरबा जिले में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कोरबा जिले के एसपी सिद्धार्थ तिवारी और कलेक्टर अजीत वसंत सीडल ग्राउंड पहुंचे थे। इस दौरान SP की आधिकारिक गाड़ी के आगे लगे तिरंगे ने सबका ध्यान खींच लिया क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज उल्टा लगा हुआ था। उल्टे तिरंगे को देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए।
लोगों के बीच यह चर्चा शुरू हो गई कि यह घटना लापरवाही का नतीजा है या राष्ट्रीय प्रतीक के प्रति संवेदनहीनता का। राष्ट्रीय ध्वज का इस तरह प्रदर्शित होना न केवल भारत के ध्वज संहिता का उल्लंघन है, बल्कि यह देश के सम्मान के साथ खिलवाड़ माना जाता है। तिरंगा भारत की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता का प्रतीक है, और उसका सही ढंग से प्रदर्शन करना हर नागरिक और सरकारी अधिकारी का कर्तव्य है।
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। नागरिकों ने प्रशासन से तत्काल जांच और जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय गरिमा से जुड़ा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है, जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में जुटा हुआ है। 15 अगस्त, वह दिन है जब देश अपने वीरों की कुर्बानियों को याद करता है और तिरंगे के नीचे अपनी एकजुटता प्रदर्शित करता है। ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज के साथ इस तरह का व्यवहार और भी चिंताजनक हो जाता है।
यह पहला मौका नहीं है जब उल्टा तिरंगा या ध्वज संहिता के उल्लंघन की खबर आई हो। कई बार ऐसे मामले राजनीतिक रैलियों, सरकारी आयोजनों और यहां तक कि खेल प्रतियोगिताओं में भी सामने आ चुके हैं। हालांकि, जब ऐसा प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हो, तो इसकी गंभीरता और बढ़ जाती है।
भारत के ध्वज संहिता के अनुसार..
तिरंगे को हमेशा सही दिशा में, सम्मानपूर्वक और नियमों के अनुरूप फहराना अनिवार्य है।
केसरिया (ऊपरी रंग) हमेशा ऊपर होना चाहिए।
अशोक चक्र बीच में स्पष्ट रूप से दिखना चाहिए।
उल्टा ध्वज राष्ट्रीय अपमान की श्रेणी में आता है, जिसके लिए कानूनी कार्रवाई भी संभव है।


















