छत्तीसगढ़ - अपने बच्चे की बीमारी ठीक करने के लिए पड़ोसी के बच्चे की दे दी बलि , हुआ गिरफ्तार
बलरामपुर 17 जुलाई 2025 - सामरी थाना क्षेत्र में तीन वर्षीय बालक की बलि दे दी गई। 15 माह पहले बालक अचानक लापता हो गया था। लगातार जांच के बाद पुलिस ने बलि देने वाले राजू कोरवा (40) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ग्राम पंचायत चटनिया के कटईडीह का रहने वाला है।
सामरी थाना क्षेत्र के ग्राम सबाग सुलुंगडीह निवासी बिरेन्द्र नगेसिया (24) बीते 29 मार्च 2024 को पत्नी और बच्चों के साथ महुआ फूल उठाने झलबासा जंगल गया था। यहीं से एक अप्रैल की सुबह उसका तीन वर्षीय पुत्र अजय नगेशिया लापता हो गया था। शिकायत पर पुलिस ने अपहरण की धारा के तहत प्रकरण पंजीकृत कर छानबीन शुरू की थी। विवेचना के दौरान संदेही के रूप में राजू कोरवा का नाम सामने आया था।
राजू कोरवा को हिरासत में लेकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और बलि देना स्वीकार कर लिया। आरोपी ने बताया कि मेरा बड़ा लड़का बचपन से ही मिर्गी बीमारी एवं मानसिक रूप से कमजोर है। उसे विश्वास था कि देवता को बच्चे की बलि देने पर उसका बेटा ठीक हो जाएगा। घटना दिनांक को बालक अजय नगेसिय अकेला दिखा, जिसे मिठाई बिस्किट का लालच देकर और बहला फुसलाकर गोद में उठाकर अपने घर ले गया।
उसी दिन चाकू से बालक के गर्दन को काटकर हत्या कर दी और शरीर के हिस्से को बोरा में भरकर बोड़ादह कोना नाला में ले जाकर उसी रात जला दिया तथा उसके सिर को तीन दिन तक अपने घर में छिपाकर रखा था फिर उसने बच्चे के सिर को कपड़ा में लपेटकर बोड़दहा नाला के पास ले जाकर गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। तहसीलदार सामरी की उपस्थिति में कब्र खोदकर बालक के सिर के हिस्से को बरामद किया गया।


















