दो गज की दूरी है जरूरी इस सलाह पर अमल करना एक पति को पड़ गया भारी , पति को देना पड़ा अपनी मर्दानगी का सबूत ,,
मध्य प्रदेश , 2020-12-05 19:24:27
भोपाल 05 दिसंबर 2020 - दुल्हे ने कोरोना की “दो गज दूरी” की गाइडलाइन अपनी दुल्हन के साथ ही फॉलो करनी शुरू कर दी। नतीजा ये हुआ नवविवाहिता ने अपने पति की मर्दानगी पर सवाल उठाते हुए कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी। अब पति को कोर्ट में अपनी मर्दानगी का सबूत पेश करना पड़ गया है। पति की मर्दानगी का सबूत देखने के बाद अब दुल्हन साथ रहने को राजी हो गयी है।
दरअसल कोरोना काल में 29 जून को भोपाल के एक युवक की शादी हुई थी , उस दौरान उसकी ससुराल के कई लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते उसके मन में कोरोना के प्रति डर बैठ गया और उसने अपनी पत्नी से भी " शारीरिक दूरी " बना ली थी। यहां तक कि उसने शादी के बाद अपने दांपत्य दायित्वों का निर्वाह तक नहीं किया पति के इस बर्ताव से पत्नी बुरी तरह भड़क गई और मायके चली गई।
मायके जाने के 05 महीने बाद भोपाल स्थित फैमिली कोर्ट में पत्नी ने तलाक की अर्जी लगा दी , 02 दिसंबर को दाखिल तलाक की अर्जी में पत्नी ने कहा था कि पति फोन पर अच्छी-अच्छी बात करते हैं लेकिन कभी पास नहीं आते हैं। इसे लेकर पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था। दोनों की शादी 29 जून 2020 को हुई थी। साथ ही उसने ससुराल के लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था शिकायत के बाद कुटुंब न्यायालय में दोनों की काउंसलिंग शुरू की गई थी।
युवती मायके पहुंच कर सारी चीजों के बारे में अपने परिजनों को जानकारी दी है। परिजनों से इस मुद्दे पर बात करने के लिए युवक कभी तैयार नहीं हुआ। ऐसे में विवाद और गहरा गया। युवती के परिजनों का कहना था कि अभी बेटी की पूरी जिंदगी पड़ी है और अभी से यह हालत है तो आगे चल कर क्या होगा। उसके बाद लोगों ने कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी थी।
पत्नी के आरोप पर कुटुंब न्यायालय ने दोनों परिवारों की काउंसलिंग की और पति को काउंसलिंग के दौरान मेडिकल कराने की सलाह दी गई थी। पति ने मेडिकल करा कर सर्टिफिकेट कोर्ट में सौंपा है, जिसमें वह पूरी तरह से फिट था। उसके बाद कोर्ट ने पाया कि महिला का आरोप गलत है।
फिर दोनों परिवारों को कोर्ट ने समझाया और महिला को उसके पति के साथ ससुराल भेज दिया है। साथ ही दोनों को कोरोना टेस्ट कराने की सलाह भी दिया है।