जांजगीर चाम्पा जिले की एक महिला का चलती ट्रेन में हुआ प्रसव , सहयात्रियों ने प्रसव कराने में की मदद , जच्चा और बच्चा दोनों ,,
बिलासपुर , 22-11-2020 1:34:10 PM
बिलासपुर 22 नवम्बर 2020 - निजामुद्दीन-दुर्ग संपर्कक्रांति स्पेशल ट्रेन के स्लीपर कोच में एक महिला ने नवजात को जन्म दिया। यात्रा के दौरान रात तीन बजे के लगभग प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, तो पति घबरा गया और मदद के लिए इधर- उधर कोच में घूमता रहा। जब रेलवे का कोई भी स्टाफ नहीं मिला तो उन्होंने कोच में सो रही एक दूसरी महिला यात्री से मदद मांगी। महिला व उसका परिवार आनन-फानन में साड़ी का घेरा कर प्रसव कराया। जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और सिम्स में भर्ती है।
जांजगीर-चांपा जिले के अंतर्गत पोड़ी दलहा गांव निवासी रानी देवांगन पति प्रदीप देवांगन अपने दो बच्चों के साथ कमाने-खाने के लिए दिल्ली गई थी। यह परिवार लाकडाउन के बाद से वहीं फंसा हुआ था। पत्नी सात महीने की गर्भ से थी। प्रसव का समय नजदीक आने पर परिवार गांव लौट रहा था। उनका रिजर्वेशन S - 5 कोच में था। उमरिया रेलवे स्टेशन से पहले अचानक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी।
जब दर्द से पत्नी का हाल- बेहाल होने लगा तो पति घबरा गया। उन्होंने कोच में सवार कुछ महिला सहयात्रियों से मदद मांगी। लेकिन कोई भी तैयार नहीं हुईं। इसी बीच पत्नी ने महिला के सामने गिड़गिड़ाकर तकलीफ बताने लगी। उसकी परेशानी देखकर महिला यात्री और उनका परिवार मदद के लिए आगे आए। साड़ी व अन्य कपड़े का घेरा कर प्रसव कराया।
सुरक्षित प्रसव होने के बाद जब ट्रेन चंदिया स्टेशन में खड़ी हुई तब पति ने गार्ड को इसकी जानकारी दी। इतने में टीटीई भी कोच में आ गए। चूंकि जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ थे। लिहाजा रास्ते में उन्हें नहीं उतारा गया। गार्ड ने बिलासपुर कंट्रोल को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही ट्रेन के पहुंचने से पहले रेलवे डाक्टर व अन्य स्टाफ रेलवे स्टेशन पहुंचे। ट्रेन के पहुंचते ही डाक्टर ने जांच की। इसके बाद उन्हें सिम्स के लिए भेज दिया गया।
पति प्रदीप देवांगन ने बताया कि ट्रेन में उसे लड़की हुई है। यह तीसरी संतान है। पहले से एक लड़का और एक लड़की है। उन्होंने बताया कि पत्नी सात महीने की गर्भवती थी। प्रसव में दो माह बाकी था। इसीलिए घर लौट रहे थे।


















