सक्ती - श्याम सुंदर अग्रवाल का टिकट काट कर कांग्रेस ने मारी अपने ही पैर में कुल्हाड़ी


सक्ती 17 फरवरी 2025 - निकाय चुनाव का परिणाम आने के बाद लोग फिर से अपने काम काज में जुट गए है तो हारे प्रत्याशी चुनाव में खर्च किये गए रकम का हिसाब किताब करने में ब्यस्त हो गए है लेकिन इन सब से दूर नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल अलग ही उधेड़बुन में लगे हुए है।
जिस तरह अंगूर को गुच्छे में ही रहना होता है ठीक उसी तरह राजनीति में भी किसी ना किसी पार्टी में रहना जरूरी होता है। अब श्याम सुंदर अग्रवाल को यह निर्णय लेना होगा कि क्या वह सब गीले शिकवे भुला कर कांग्रेस में जाना पसंद करेंगे या फिर भाजपा में प्रवेश कर एक नई पारी की शुरुआत करेंगे।
बहरहाल जो भी हो लेकिन जानकारों का कहना है कि श्याम सुंदर अग्रवाल को पालिकाध्यक्ष का टिकट ना देकर कांग्रेस ने बड़ी गलती की है अगर श्याम सुंदर अग्रवाल को टिकट मिल जाती तो वे डॉ महंत के अहसान के नीचे दबे रहते और उनके खिलाफ कभी नही जाते लेकिन अब श्याम सुंदर अग्रवाल ने बगावत कर कांग्रेस की गुलामी से मुक्त हो गए है ऐसे में अगर वे भाजपा या पुनः कांग्रेस में शामिल होकर विधानसभा के लिए दावा ठोक दे तो कोई आश्चर्य वाली बात नही होगी।
वैसे ही श्याम सुंदर अग्रवाल ने बिना किसी पार्टी के नाम और मदद के निर्दलीय चुनाव जीत कर सभी प्रमुख पार्टी की नजर में चढ़ गए है। ऐसे में कोई भी पार्टी श्याम सुंदर अग्रवाल को हाथों हाथ लेगी ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि श्याम सुंदर अग्रवाल को टिकट ना देकर कांग्रेस ने अपने ही पैर में कुल्हाड़ी मार ली है।