लाजवाब है सक्ती के सटोरिये , फंसने पर बना लेते है 'बाप' और बचते ही 'बाप' लगने लगता है 'पाप'
सक्ती , 2024-09-06 02:29:12
सक्ती 06 सितंबर 2024 - सट्टे के गढ़ सक्ती के सटोरियो का क्या कहना जब पुलिस की गिरफ्त में फंसते है तो गधे को भी "बाप" बना लेते है और निकलते ही वही "बाप" "पाप" लगने लगता है।
बात कुछ महीने पुरानी है जब कुछ बड़े सटोरियो को पुलिस ने गिरफ्तार किया था उस वक्त सटोरियो की हालत भीगी बिल्ली की तरह थी जो धीमी आवाज में म्यायु-म्यायु कर रहे थे लेकिन जैसे ही इनकी जमानत हुई एक बार फिर बब्बर शेर बनकर दहाड़ मारने लगे।
और ये हुआ इसलिए क्योंकि इनकी याददाश्त शायद कमजोर है ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इनके कब्जे से जप्त मोबाईल और लेपटॉप अब भी पुलिस के कब्जे में है जिसमे इनका पूरा कच्चा चिट्ठा मौजूद है और अगर कोई इस मामले को उठा कर पुलिस में RTI के तहत यह जानकारी मांगे की सटोरियो से जप्त लेपटॉप और मोबाईल की सायबर रिपोर्ट का क्या हुआ तब एक बार फिर पुलिस एक्टिव हो जाएगी और जब मोबाईल और लेपटॉप का डेटा रिकवर होगा तो एक बार फिर ये बब्बर शेर भीगी बिल्ली बन जाएंगे।
सटोरियो से प्रताड़ित हुए एक मीडिया कर्मी ने बताया कि जिस समय सक्ती पुलिस एक्सन मोड में थी और सटोरियो को चूहों की तरह बिल से निकाल कर हवालात की हवा खिला रही थी उस वक्त एक सटोरिया जो सक्ती से बाहर अपने ससुराल में बैठ कर IPL में दांव लगवा रहा था उसने अपने भाई के जरिये उसे (मीडिया कर्मी) को फोन कराया और कहा कि आपकी भाभी (सटोरिये की पत्नी) घर मे गर्मागर्म भजिया तल रही है। आ जाओ दोनो भाई ( सटोरिया और मीडिया कर्मी) बैठ कर खाते है।
मीडिया कर्मी ने आगे बताया कि उसने सटोरिये का यह निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था जिसके बाद जब तक सटोरियो के खिलाफ पुलिस सख्त रही तब तक वह दुआ सलाम करते रहा लेकिन पुलिस के ढीला पड़ते ही सटोरिये के तेवर में जबरदस्त बदलाव आया और अब दुआ सलाम करना तो दूर मुलाकात होने पर चेहरे पर धुंए का छल्ला छोड़ता है।
अंत मे मीडिया कर्मी ने कहा भाई सक्ती के सटोरिये लाजवाब है जो फंसने पर "बाप"बना लेते है और बचते ही "बाप"उन्हें "पाप"लगने लगता है।