सक्ती - महिला सरपंच को अपनी सच्चाई साबित करने के लिए पूरी करनी होगी पूर्व सरपंच पति की यह बेतुकी शर्त
सक्ती , 05-01-2024 1:14:42 PM
सक्ती 05 जनवरी 2024 - पिछले कई दिनों से ग्राम पंचायत सकर्रा में राजनीतिक बयानबाजी काफी तेज है एक तरफ जँहा पूर्व सरपंच पति कुछ न्यूज पोर्टल के जरिये बेबुनियाद आरोप लगा कर पिछड़े वर्ग की महिला सरपंच पद्मा बरेठ को चोरों का सरदार , खानदानी भ्रस्टाचारी , मास्टर माईंड , आदतन प्लानर , मुफ्तखोर जैसे आपत्ति जनक और अमर्यादित शब्दो का इस्तेमाल करते नीचा दिखाने व समाज मे बदनाम करने का कुकृत्य कर रहा है जो अपराध की श्रेणी में आता है।
वही दूसरी तरफ सकर्रा की महिला सरपंच पद्मा बरेठ सभी तरह के आरोपो को खारिज करते हुए पूर्व सरपंच पति को द्वेषपूर्ण और झूठी शिकायत कर उसे बदनाम करने की साजिश बता रही है। अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला सरपंच की माने तो पूर्व सरपंच पति साल 2020 के पंचायत चुनाव में अपनी पत्नी की करारी हार को भुला नही पा रहे है और चुनाव हारने के बाद से ही एक तथाकथित पत्रकार और कुछ चाटुकार के साथ मिल कर तरह तरह की शाजिश रच कर उन्हें झूठे मामले में फंसाने के लिए दुष्प्रचार कर रहा है।
पेपरबाजी और झूठी शिकायत पर कार्यवाही नही होने से थक कर अब सरपंच पति ने एक नया हथकंडा अपनाते हुए एक और न्यूज पोर्टल के माध्यम से महिला सरपंच को इस बात की चुनौती दी है कि अगर वे सच्ची और सही है तो गांव के तालाब के पास स्थापित हरिगुजर देवता पर चढ़ कर यह कसम खाये की वह सच्ची और सही है और यह कसम खा कर अपने आप को निर्दोष साबित करे।
अब सरपंच हरिगुजर पर चढ़ कर कसम खाती है या नही ये तो आने वाला वक्त तय करेगा लेकिन पूर्व सरपंच पति की बेतुकी शर्त और उसे प्रकाशित करने वाले न्यूज पोर्टल दोनो ही हँसी के पात्र बने हुए है।


















