इन शर्तों के साथ छत्तीसगढ़ के इस जिले में तीजा पोरा में मायके जाने की मिली ईजाजत , कलेक्टर ने की यह अपील ,,
बिलासपुर , 2020-08-18 14:37:50
बिलासपुर 18 अगस्त 2020 - छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए सबसे बड़ा पर्व है तीजा जिसे लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुनादी की जा रही है, कि कोरोना संक्रमण के चलते तीजा-पोरा में बहू-बेटियों को लाने-ले-जाने पर पाबंदी है, ऐसा करने पर कार्रवाई होगी। इस बारे में जब हमने जानकारी जुटाई तो पता चला, कि शासन-प्रशासन ने ऐसा आदेश जारी ही नही किया है। बिलासपुर कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सावधानी से पर्व मनाने की अपील की है।
ग्रामीण क्षेत्रों में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तीजा-पोरा में बहू-बेटियों को लाने-ले-जाने पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। गांव में मुनादी करता हुआ यह वीडियो ग्रामीण अंचल में वायरल हुआ, तो क्षेत्र के कई गांव में बाकयदा कोटवार से मुनादी करा दी गई, कि इस साल कोरोना संक्रमण के चलते तीजा-पोरा त्यौहार में बहू-बेटियों को लाने ले जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। कई गांवों में तो बाकायदा 500 रु से 5 हजार रु तक के जुर्माने का प्रचार भी किया गया है। जिसकी वजह से गांव में लोग इस साल तीजा के फीका रहने की बात कर कर रहे हैं, चौपालों में इस पर चर्चा भी गरम है। गांव के जागरूक युवाओं ने इस अफवाह की सच्चाई जानने पूछताछ की, तो उन्हें बताया गया, कि स्थानीय प्रशासन का आदेश है। जबकि इस बारे में पता चला है, कि छत्तीसगढ़ शासन या स्थानीय प्रशासन ने ऐसा आदेश नहीं दिया है।
तीजा छत्तीसगढ़ की महिलाओं का प्रमुख त्यौहार है, इसलिए जब हमने कलेक्टर सारांश मित्तर से इस बारे में बात की तब बिलासपुर के कलेक्टर सारांश मित्तर ने कहा की ऐसी किसी अफवाह पर ध्यान ना दे प्रशासन ने तीजा-पोरा में महिलाओं के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। उन्होंने तीजा पर्व की बधाई देते हुए कलेक्टर सारांश मित्तर ने सभी से अपील किया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन की गाइडलाइन का पालन करें और त्यौहार के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें, मास्क का उपयोग करें, पूरी सावधानी बरतते हुए हर्ष उल्लास के साथ तीज पर्व मनाएं।