छत्तीसगढ़ के इस जिले में कोरोना का ऐसा भय , गाँव मे बाहरी ब्यक्ति के प्रवेश पर जान से मारने का जारी किया फरमान ,,
बीजापुर , 2020-08-16 22:46:32
बीजापुर 16 अगस्त 2020 - बीजापुर जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों से ग्रामीण इतने खौफजदा हैं कि एक ग्राम पंचायत ने गांव में प्रवेश करने वाले बाहरी लोगों के लिए मौत का फरमान जारी कर दिया है। ग्रामीणों ने गांव की सरहद और प्रवेश मार्ग के पेड़ों पर काली स्याही से यह चेतावनी लिखी है कि गांव में कोई भी बाहरी प्रवेश करेगा तो उसे मारकर फेंक दिया जाएगा। कोरोना संकटकाल में जिले और प्रदेश में ही नहीं, संभवतः देश में पहली बार इस तरह का वाक्या सामने आया है।
जिला मुख्यालय बीजापुर से 32 किमी और गंगालूर से सात किमी दूर ग्राम पंचायत गोंगला के ग्रामीणों ने यह फरमान जारी किया है। दरअसल, एक सप्ताह पूर्व गंगालूर राहत शिविर में रहने वाली गोंगला निवासी एक गर्भवती महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से आसपास के दर्जनों गांवों में दहशत फैल गई है। इसके चलते सख्ती का यह रूप सामने आया है। लॉकडाउन के समय गांवों के प्रवेश मार्गों पर बांस और लकड़ियों का घेरा बनाकर बाहरी लोगों के प्रवेश को रोकने की खबरें तो आती रहीं, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है।
ग्रामीणों को समझाया है : सरपंच
गोंगला की सरपंच संगीता एक्का ने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलने के डर से ग्रामीणों ने ही यह सूचना गांव के बाहर लगाई है ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर सके। जान से मारने के फरमान के सवाल पर सरपंच ने कहा कि इस बात को लेकर उन्होंने ग्रामीणों को समझाया है कि ऐसा करना गैरकानूनी है। ग्रामीणों ने डराने के लिए ऐसा लिखा होगा, ताकि कोई इधर का रुख ना करे।
इनका कहना है
ग्रामीणों ने अगर यह चेतावनी लिखी है तो गंभीर बात है। हो सकता है सुरक्षा को लेकर उन्होंने अति उत्साह में ऐसा लिख दिया होगा। यह शरारती तत्वों की हरकत भी हो सकती है। मामला जांच का विषय है।
पवन वर्मा, गंगालूर थाना प्रभारी
यह जांच का विषय है। अगर ऐसा हुआ है तो गांव में जाकर ग्रामीणों को समझाया जाएगा कि सुरक्षा जरूरी है, लेकिन इसके लिए कानून को हाथ में लेना गलत होगा।
कमलोचन कश्यप, एसपी बीजापुर