चाम्पा वालो का सस्पेंस जल्द होगा खत्म , बैनर लगाने वाले और लगवाने वाले जल्द होंगे बे नकाब ,,
जांजगीर चाम्पा , 29-07-2020 7:52:16 PM


चाम्पा 29 जलाई 2020 - चाम्पा बचाओ संघर्ष मोर्चा विगत ढाई वर्षो से बिर्रा के बंद समपार को खोले जाने या वैकल्पिक मार्ग दिए जाने की मांग को लेकर संघर्ष रत है , लेकिन आज पर्यंत तक ना तो बन्द समपार को खोला गया और ना वैकल्पिक मार्ग दिया गया , चाम्पा बचाओ संघर्ष मोर्चा ने अपनी मांग को लेकर हर संभव प्रयाश किया जिसमें सभी का साथ मिला , चाम्पा बचाओ संघर्ष मोर्चा ने समपार को खोले जाने संबंधी हर लड़ाई नियमो के तहत लड़ी लेकिन एक लड़ाई नियमो के विरुद्ध जा कर लड़ने का प्रयाश किया गया लेकिन आश्चर्य की बात यह है की इसमें ना तो रेल प्रसासन ने रुचि दिखाई और ना निर्वाचन आयोग ने कोई कदम उठाया और ना ही जिला प्रशासन ने यह जानने का प्रयास किया की आखिर इस लड़ाई के पीछे किसका हाथ है ।
हम बात कर रहे नगरीय निकाय चुनाव के समय की जब 31 नवम्बर 2019 को बन्द बिर्रा समपार में " रास्ता नही तो मतदान नही " का बैनर अज्ञात ब्यक्ति के द्वारा लगा कर निर्वाचन कार्य मे बाधा डालने का प्रयास किया गया।
आखिर " रास्ता नही तो मतदान नही " का बैनर किसने लगाया या लगवाया इस बात की जानकारी किसी को नही है। लोग शायद इस बात को भूल भी गए हो , लेकिन इस बैनर को लगाने वाले या लगवाने वाले ना भूले की उन्होंने इस बैनर को लगवा कर दो नियमो को तोड़े है जिसके लिए सजा और जुर्माना या दोनो का प्रावधान है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 31 नवम्बर 2019 को बंद बिर्रा समपार पर बैनर लगाने या लगवाने वाले के बारे रेल प्रसासन और निर्वाचन आयोग ने पता साजी शुरू कर दी है और कयास तो यह भी लगाया जा रहा है की प्रसासन को नाम का भी पता चल गया है , अब यह देखना है की नियमो का उलंघन कर रेल फाटक में " रास्ता नही तो मतदान नही " का बैनर लगाने या लगवाने वाले पर कब या क्या कार्यवाही की जाती है ।

