इतनी चल अचल सम्पत्ति का मालिक था गैंगस्टर विकास दुबे , एनकाउंटर के बाद ED ने कसा शिकंजा ,,
देश , 2020-07-11 16:41:28
नईदिल्ली 11 जून 2020 - एनकाउंटर के बाद अब गैंगस्टर विकास दुबे की संपत्ति की जांच होगी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विकास दुबे की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। ईडी ने यूपी पुलिस से विकास दुबे और उसके परिवार के सदस्यों, सहयोगियों के साथ आपराधिक गतिविधियों में सहयोगियों का विवरण मांगा है। प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे के खिलाफ आपराधिक मामलों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी मांगी है।
विकास दुबे का नाम शासन-प्रशासन की भू -,माफिया की टॉप-10 सूची में नहीं है। यही नहीं विकास की कई प्रॉपर्टी दुबई और थाईलैंड में भी है। प्रदेश की योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही बदमाशों और भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की घोषणा की थी। कई बड़े भू माफियाओं को सरकार ने बेनकाब भी किया लेकिन विकास दुबे पर कोई आंच नहीं आई। आए भी कैसे, क्योंकि विकास दुबे के खिलाफ तहसील और थाना स्तर पर कब्जे की कोई शिकायत ही नहीं है। या यूं कहें किसी ने शिकायत कराने की हिम्मत ही नहीं जुटाई।
यूपी एसटीएफ की अभी तक की जांच की मानें तो, विकास दुबे ने दुबई और थाईलैंड में प्रॉपर्टी खरीद रखी है। जिसकी कीमत करोड़ों रुपए है। विकास दुबे ने पिछले तीन सालों में 14 देशों का यात्राएं की है। हाल ही में उसने लखनऊ में एक घर खरीदा है जिसकी कीमत 20 करोड़ रुपए से ऊपर है। प्रवर्तन निदेशालय ने कानुपर पुलिस से गैंगस्टर विकास दुबे, उनके परिवार और करीबी सहयोगियों की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।
इसके अलावा कानपुर के अंदर ब्रह्मनगर में छह मकान, आर्यनगर के एक अपार्टमेंट में आठ फ्लैट और पनकी में एक ड्यूप्लैक्स कोठी की जानकारी मिल चुकी है। इनकी अनुमानित कीमत 28 करोड़ रुपए बताई जा रही है। विकास और उसके सहयोगी के बीच बैंक के जरिए लेनदेन के ठोस सबूत मिल चुके हैं।
सरकारी व्यवस्था के तहत किसी को भूमाफिया घोषित करने के लिए उसके खिलाफ दो स्तर से जांच की जाती है। पहली व्यवस्था के तहत यदि किसी ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है तो तहसील के माध्यम से जांच कर कब्जा करने वाले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर जानकारी ऊपर भेजी जाती है।