पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर 12 रुपये की कमी , सरकार कभी भी जारी कर सकती है आदेश


इस्लामाबाद 14 अप्रैल 2025 - तेजी से बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। दैनिक उपभोग से लेकर जरूरी चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सामानों का रेट बढ़ने का सबसे बड़ा कारण महंगे डीजल को माना जाता है, क्योंकि सभी सामानों की ट्रांसपोर्टिंग डीजल वाहनों से होती है। ऐसे में जनता सरकार की ओर टकटकी लगाए देख रही है कि उन्हें महंगाई से राहत मिलेगी। जनता की उम्मीदों के अनुरुप खबर आ रही है कि ईंधन के दाम में सरकार राहत देने का ऐलान कर सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार इस दिनों ब्रेंट क्रूड ऑयल 31 मार्च को 74.74 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर 60.12 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। 02 अप्रैल से अब तक 14 डॉलर प्रति बैरल से अधिक की इस महत्वपूर्ण गिरावट ने घरेलू ईंधन की कीमतों में संभावित समायोजन के बारे में चर्चाओं को बढ़ावा दिया है। ऐसे में पेट्रोलियम कंपनियों ने अनुमान लगाया है कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम 12 रुपए तक कम हो सकते हैं।
बता दें कि वर्तमान में, सरकार इन ईंधनों पर 70 रुपए प्रति लीटर का पूरा शुल्क लगाती है। सरकार के पास पेट्रोलियम उत्पादों पर सामान्य बिक्री कर (GST) लागू करने का भी अधिकार है। वैश्विक तेल की कीमतों में गिरावट का रुझान GST के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बना सकता है, जिससे अतिरिक्त राजकोषीय लचीलापन मिल सकता है।
तेल और गैस विनियामक प्राधिकरण (OGRA) से मूल्य निर्धारण संरचना की समीक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों के अनुरूप समायोजन की सिफारिश करने की उम्मीद है। कोई भी बदलाव वित्त मंत्रालय द्वारा अनुमोदन के अधीन होगा और आने वाले हफ्तों में उपभोक्ता कीमतों में परिलक्षित हो सकता है।