डिजिटल अरेस्ट के लिए गलती से जालसाज ने पुलिस अधिकारी को मिला दिया फोन , फिर हुआ यह
देश , 2024-11-16 02:31:27
तिरुवनंतपुरम 16 नवम्बर 2024 - केरल के त्रिशूर सिटी पुलिस ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताने वाले एक जालसाज को रंगे हाथों पकड़ लिया. जालसाज को उस समय झटका लगा जब उसका टारगेट एक असली पुलिस अधिकारी निकला. पुलिस अधिकारी को जालसाज का फोन आया और उसने दावा किया कि वह मुंबई पुलिस से बोल रहा है. उसने पुलिस वाले को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की।
जालसाज ने डरा कर पुलिस अधिकारी से पैसे ऐंठने का प्रयास किया. पुलिस अफसर तुरंत पहचान गया कि यह फ्रॉड कॉल है. उसने तय किया वह जालसाज को सबक सिखाएगा. अधिकारी ने अपनी पहचान छिपाई और अनजान होने का नाटक करते हुए जालसाज को बातचीत में उलझाए रखा।
जालसाज इस मुगालते में रहा कि उसने अपने टारगेट को ग्रिप में ले लिया है और पुलिस अधिकारी पर पैसे के लिए दबाव बनाता रहा. उसने पुलिस अधिकारी को संभावित पीड़ित समझकर वीडियो कॉल शुरू कर दी. जालसाज ने पूछा कि आप कहां हैं? पुलिसवाले ने जवाब दिया कि मेरे फोन का कैमरा खराब है सर।
फिर जालसाज के बार-बार कहने पर, पुलिस अधिकारी ने अपना कैमरा चालू किया और कहा, 'ये छोड़ दो भाई, हमने तुम्हारी लोकेशन ट्रेस कर ली है.' असली पुलिस अधिकारी को कॉल करने की अपनी गलती का एहसास होने पर, जालसाज ने तुरंत अपना कैमरा बंद कर दिया. त्रिशूर पुलिस की साइबर सेल ने इस घटना का वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर किया है।
बता दें कि साइबर फ्रॉड का यह नया तरीका है, जिसमें जालसाज पुलिस की वेशभूषा में वीडियो कॉल करते हैं और सामने वाले को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश करते हैं. उनके पास सामने वाले के बारे में कुछ सटीक जानकारियां भी होती हैं, जैसे आधार कार्ड की डिटेल, नाम और पता इत्यादि. जालसाज से अपने बारे में ये जानकारियां सुनकर, पीड़ित उस पर विश्वास कर लेता है और ठगी का शिकार हो जाता है।