छत्तीसगढ़ PSC घोटाला - एक्सन में आई CBI , तत्कालीन अध्यक्ष सहित संबंधित अधिकारियों के घरों पर दी दबिस
रायपुर , 15-07-2024 11:34:19 PM


रायपुर 15 जुलाई 2024 - CBI ने 2020 -22 परीक्षा के दौरान छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से डिप्टी कलेक्टरो , DSP और अन्य वरिष्ठ पदों के चयन में पक्षपात के आरोपों के मामलों की जांच अपने हाथ में ली है. CBI ने CGPSC के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव के आवासीय परिसरों में तलाशी ली है. इसके अलावा रायपुर और भिलाई में परीक्षा नियंत्रक के परिसरों पर भी तलाशी ले रही है। राज्य सरकार के अनुरोध पर CBI ने मामला दर्ज किया है।
छत्तीसगढ़ के मामलों की जांच के लिए पूर्व में तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन सचिव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, सभी के खिलाफ पीएस EOW / ACB रायपुर में अपराध क्रमांक 05/2024 और पीएस अर्जुंदा जिला- बालोद में अपराध क्रमांक 28/2024 के तहत दर्ज किया गया था।
CBI ने CGPSC और अन्य पर अपने बेटे, बेटी, रिश्तेदारों, उनके परिचितों आदि की भर्ती करके अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने के आरोप लगाया है, जो छत्तीसगढ़ राज्य सरकार में विभिन्न पदों के लिए कथित रूप से अयोग्य उम्मीदवार थे. वर्ष 2020-2022 में तत्कालीन अध्यक्ष के बेटे को कथित तौर पर डिप्टी कलेक्टर के रूप में चुना गया था, उनके बड़े भाई के बेटे को डिप्टी एसपी के रूप में चुना गया था।
उनकी बहन की बेटी को श्रम अधिकारी, उनके बेटे की पत्नी डिप्टी कलेक्टर और उनके भाई की बहू जिला आबकारी अधिकारी के रूप में चुना गया था. यह भी आरोप लगाया गया है कि CGPSC के तत्कालीन सचिव ने अपने बेटे का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर कर लिया। इस मामले में यह भी आरोप लगाया गया कि छत्तीसगढ़ सरकार के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के बेटे, बेटियों, रिश्तेदारों के साथ नेताओं और पदाधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर और DSP आदि के रूप में चुना गया था.इस मामले की जांच अब CBI कर रही है।