छत्तीसगढ़ - रिहायशी इलाके में बाघ की धमक , 07 गांव में धारा 144 लागू , दहशत में लोग , वन विभाग अलर्ट
बलौदा बाजार , 2024-04-11 16:31:16
बलौदाबाजार 11 अप्रैल 2024 - बारनवापारा अभ्यारण में सालों बाद अचानक बाघ दिखने से हड़कंप मच गया है. बाघ की सुरक्षा को लेकर वन विभाग सहित प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है. जिला कलेक्टर के.एल. चौहान ने मंगलवार को बारनवापारा अभ्यारण के आसपास के 07 गांव में धारा 144 लागू कर दी है. जिनमें रवान , मोहदा , कौआबाहरा , मुरुमडीह , छतालडबरा , गजराडीह और दलदली गांव शामिल है. इन सात गावों में ध्वनि विस्तारक यंत्र पर भी रोक लगाया गया है।
बाघ को पहली बार शिक्षक कांशीराम पटेल ने 7 मार्च को बारनवापारा अभ्यारण सिरपुर रोड में देखा और वीडियो बनाकर वन विभाग को सूचित भी किया. लेकिन वन विभाग ने इसे नजरअंदाज कर दिया. हाल ही में वीडियो वायरल हुई, तब कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लिया. जिसके बाद से लगातार वन अमला बाघ की सुरक्षा को लेकर सावधानी बरत रहा है. ग्रामीणों को वन विभाग के अनुमति बगैर जंगलों में जाने पर रोक लगाई गई है।
ग्रामीणों ने दूसरी बार 8 मार्च को बाघ देखने की सूचना वन विभाग को दी. इस दौरान अमलोर, सुकुलबाय में मवेशियों का शिकार किए जाने की सूचना मिली. 12 मार्च को वहां आसपास बाघ के पंजे के निशान मिले. 14 मार्च को बलौदाबाजार वनमण्डल के परिक्षेत्र बल्दाकछार के कर्मचारी ने बाघ को प्रत्यक्ष देखा और पुष्टि की. इसके बाद वन विभाग ने NTCA द्वारा जारी SOP प्रोटोकॉल का पालन कर नियमानुसार कार्रवाई की शुरु की है।